ऋषिकेश। उत्तराखंड में चमोली सहित कई स्थानों पर बादल फटने व भारी बारिश के कारण गंगा की सहायक नदियों का जल स्तर बढ़ने से गंगा नदी अपने पूरे उफान पर आ गई है। स्थानीय प्रशासन ने उक्त नदियों सहित गंगा में बढे़ जल स्तर के चलते गंगा व नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर चले जाने की चेतावनी भी दी है।
यहां बताते चलें कि पिछले कई दिनों से पहाड़ो में हो रही लगातार वर्षा के कारण गंगा सहित अन्य नदियों का जलस्तर बढ़़ गया है। विगत दिवस चमोली में फटे बादल के कारण जलस्तर बढ़ने पर गंगा अपने पूरे उफान पर आ गई हैं तो वहीं अलखनन्दा व भागीरथी में भी जल स्तर काफी बढ़ गया है। जिसके कारण ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान से कुछ ही दूरी पर बह रही है। प्रशासन ने गंगा में लगातार बढ़ रहे जल को देखते हुए नदी तटों पर रहने वाले झुग्गी झोपड़ी वालों को सुरक्षित स्थान पर चले जाने की चेतावनी दी है।
उपजिलाधिकारी कुसुम चैहान व तहसीलदार ने सौंग सुसवा सहित गौहरी माफी में दौरा कर नदियों में बढ़ रहे जलस्तर का मौके पर पहुंचकर मुआयना करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है तो वहीं मुख्यमंत्री ने चन्द्रभागा नदी पर होने वाले सुरक्षा कार्यों की जांच आख्या प्रमुख सचिव सिचांई से कर दी है। बाढ़ नियंत्रण अधिकारी हुकम सिंह रावत समेत आला अफसरो ने चन्द्रभागा नदी के किनारे रहने वाले लोगों के साथ नदी का निरीक्षण किया।
बारिश के मौसम में चन्द्रभागा का जलस्तर बढ़ने पर नदी किनारे रहने वाले परिवारों की मुश्किले बढ़ती रही हैं जो कि नदी के किनारे बाढ़ रोकने के लिए तटबंध का निर्माण नहीं किया गया है। जिससे हर साल झुग्गी झोपड़ियां बह जाती हैं लेकिन बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ये सब देखकर भी चुप्पी साधे रहते हैं। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव सिचंाई को सीधे जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।