नई दिल्ली। जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून के दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। आम तौर पर एक जुलाई तक मानसून राष्ट्रीय राजधानी में दस्तक दे देता है। धीमी रफ्तार के बाद दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के गति पकड़ने और सूखा प्रभावित महाराष्ट्र तथा मध्य भारत के कई इलाकों में आगे बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून आंध्रप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाके, उत्तरी कर्नाटक के भीतरी हिस्से, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड और बिहार में आगे बढ़ा है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने कहा कि समूचे कोंकण और गोवा, सूखा प्रभावित मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, उत्तरी कर्नाटक के बाकी हिस्से, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश तथा बिहार में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए उपयुक्त हालात है।
मौसम वैज्ञानिकों ने इस साल मानसून के ‘सामान्य से ऊपर’ रहने की संभावना जताई है। हालांकि केरल में बारिश की शुरूआत जताए गए पूर्वानुमान से सात दिन बाद, आठ जून से हुई। इसके साथ ही उपयुक्त प्रणाली नहीं रहने से इसमें धीमी प्रगति हुई। धीमी रफ्तार ने बारिश की न्यूनता 25 प्रतिशत बढ़ा दी।