नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। आप मानो या न मानो लेकिन अजमेर जिले के मसूदा उपखंड के लोग पुनर्जन्म से जुड़े एक मामले को लेकर इन दिनों खासे हैरत में हैं। क्षेत्र के कालीदाती गांव में तीन साल के बच्चे ने अपने पुनर्जन्म का दावा करके सभी को हैरत में डाल रखा है। कालीदाती निवासी रमजान का तीन वर्षीय बेटा लक्ष्मण उर्फ लकी पिछले जन्म में कायमखानी का बाडिय़ा मोतीपुरा निवासी रसूल था जिसकी बिहार में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। यह दावा और किसी का नहीं बन्ल्कि खुद लकी का है।
यूं हुआ खुलासा
पिछले दिनों रमजान अपने बेटे को लेकर कायमखानी का बाडिय़ा मेंं अपने रिश्तेदार मंगला से मिलने गया। वहां लकी ने अचानक एक मकान को देखकर कहा कि वह उसका घर है और उसका नाम रसूल है। तब तो परिजन ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन घर लौटकर नन्हे लकी ने जब अपनी दादी लक्ष्मी देवी को बार-बार यह बात बताई तो पूरे गांव में चर्चा होने लगी।
अरे, ये तो मेरी बीवी है
लकी के पुनर्जन्म की चर्चा सुनकर कायमखानी का बाडिय़ा मोतीपुरा निवासी मरहूम रसूल की पत्नी रुखसाना लकी से मिलने पहुंची तो लकी ने उसे देखते ही कहा आओ काजल आओ। इस पर रुखसाना ने सभी को बताया कि रसूल उसे प्यार से काजल ही पुकारता था। लकी ने उससे अपने चारों बच्चों के बारे में भी पूछा। बाद में परिजन के साथ कायमखानी का बाडिय़ा पहुंचे लकी ने अपना घर, घर में कपड़े-नकदी रखने की जगह आदि पहचान ली। उसने रसूल के दोस्तों के नाम बता दिए, उन्हें पहचान लिया।
जिस दिन मौत, उसी दिन जन्म
लकी का जन्म 12 फरवरी 2013 को कालीदाती में हुआ जबकि तीन साल पहले इसी दिन रुखसाना उर्फ काजल के पति रसूल की मौत बिहार जिले के ग्राम फतेहपुर तहसील हथुआ में हादसे में हुई थी। खुद रुखसाना ने इसका खुलासा किया।
मेरी मां मर गई…
रोचक बात यह भी है कि करीब महीने पहले लकी अपने गांव कालीदाती में ही था। तभी वह अचानक यह कहकर रोने लगा कि आज उसकी मां मर गई है। परिजन ने पता किया तो सामने आया कि कायमखानी का बाडिय़ा में रसूल की मां का इंतेकाल हो गया था। परिजन जब उसे कायमखानी का बाडिय़ा ले गए तो वहां उसने कब्रिस्तान में रसूल की कब्र भी पहचान ली। रसूल के भाई, दोस्त, पत्नी आदि सभी यह मानते हैं कि रसूल ने लकी के रूप में दोबारा जन्म लिया है।
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