उज्जैन/इंदौर। सिहस्थ में शाही स्नान के साथ ही पर्व स्नान को लेकर भी अब लोगों की आस्था बढ़ती नजर आ रही है। सिंहस्थ की समाप्ति के दिन नजदीक आते हर दिन लाखों श्रद्धालु सुबह से लेकर देर रात तक पहुंचने लगे हैं। आस्था के इस पर्व पर डुबकी लगाकर वे खुद को धन्य करने में जुटे हैं। कल सिंहस्थ का अंतिम शाही स्नान होगा।
सिंहस्थ पर्व की समाप्ति के चंद बकाया दिनों के चलते उज्जैन में सुबह से ही गर्मी के बावजूद लाखों लोग पहुंच रहे हंै। इस समय सिंहस्थ में भीड़ देखते ही बनती है। दिनभर जाने वाले लोगों को बराबर रात के समय पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक है।
सिंहस्थ में आकर स्नान के महत्व के चलते लोग देश के कोने कोने से यहां हर दिन पहुंच रहे हैं। वाहनों के घाट से बहुत दूर होने के बावजूद वे भरी दोपहरी में सूरज की तपन के बावजूद पसीना-पसीना होकर सतत चलते जा रहे हंै। भगवान महाकाल के दर्शन की लालसा व संतों का समागम भी लोगों को यहां खेंच रहा है।
सिंहस्थ का तीसरा व अंतिम शाही स्नान कल होगा। शाही स्नान में दत्त अखाड़ा व रामघाट पर एक ही समय प्रात: 3 बजे से शैव व वैष्णव सम्प्रदाय के अखाड़ों के साधु- संत शाही स्नान करेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में स्नान का समय एक घंटा बढ़ाते हुए सुबह 4 बजे के स्थान पर प्रात: 3 बजे करने तथा दत्त अखाड़ा घाट व रामघाट पर एक ही समय में शैव व वैष्णव अखाड़ों का शाही स्नान प्रारंभ करवाने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय से अखाड़ों का स्नान का समय 11 बजे तक पूरा हो जाएगा और श्रद्धालुओं को स्नान के लिए घाट उपलब्ध रहेंगे।