उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को देर शाम सपत्नीक गुरू कार्ष्णि कुंभ शिविर में संगीत भजन-संध्या कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने गुरूजी के आग्रह पर ‘राम भजन सुखदाई ये जीवन दो दिन का, ये जीवन है माटी का ढेला, ये जीवन है कागज की नईया” भजन सुनाया। मुख्यमंत्री की इस प्रस्तुति से पूरा पंडाल संगीतमय हो गया। श्रोताओं ने भजन को दोहराकर साथ दिया।
गुरु महाराज से लिया आशीर्वाद
मुख्यमंत्री चौहान एवं साधना सिंह ने गुरू शरणानंद से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
संगीत सभा आयोजित
शिविर में हुई संगीत सभा में मजूमदार एवं साथी कलाकारों द्वारा भजन गायन किया गया। साक्षी शर्मा ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया। सभा में मुख्यमंत्री श्री चौहान, श्रीमती साधना सिंह, योग गुरू स्वामी रामदेव जी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।