आगरा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चलती स्लीपर बस में सहायक चालक ने सीट पर सो रही युवती को दबोच लिया और उसके साथ छेड़छाड़ की। युवती ने 112 पर फोन कर दिया, जिस पर पुलिस ने बस का पीछा करते हुए उसे सौरिख में पकड़ लिया। पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज किया है।
उसने 112 पर पुलिस को घटना की जानकारी दी, जिस पर पुलिस की गाड़ी ने बस का पीछा किया और सौरिख कट पर बस को रोककर आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल इटावा जनपद के अंतर्गत आता है, लेकिन बस सौरिख क्षेत्र में पकड़ी गई।
रात में ही थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंच गए और आरोपी जनपद गोंडा के थाना कोतवाली देहात के गांव भदौलिया निवासी रिजवान को पकड़कर थाने ले आए। पुलिस ने बस के मालिक से बात करके अन्य सवारियों को लेकर बस रवाना कर दी।
पीड़िता की सूचना पर उसके परिजन भी सुबह थाने पहुंच गए और घटना की तहरीर दी। पुलिस ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि युवती की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी सहायक चालक को जेल भेजा जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर रात में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस में युवती के साथ हुई छेड़छाड़ की सूचना जब पुलिस की पीआरवी 112 को मिली तो पुलिस कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए बस का पीछा किया। कई किलोमीटर तक पीछा करने के बाद जब बस पकड़ में नहीं आई तो उन्होंने आगे सौरिख कट पर खड़ी पीआरवी को सूचना देते हुए बस का नंबर नोट करा दिया।
इटावा जनपद के थाना ऊसराहार क्षेत्र की पीआरवी ने बस का पीछा किया, लेकिन तब तक वह कन्नौज जनपद के सौरिख थाना क्षेत्र की सीमा में प्रवेश कर गई। इस पर इटावा की पीआरवी ने सौरिख थाना क्षेत्र की पीआरवी को सूचना दे दी। बस के आने से पहले ही पुलिसकर्मी वाहन के साथ कट पर पहुंच गए और तेजी से दौड़ रही बस को रोक लिया।
पुलिस के मुताबिक स्लीपर बस वैशाली ट्रैवल्स पटना की है, जो नोएडा से सवारियां लेकर लखनऊ के रास्ते पटना जा रही थी। बस में करीब 60 यात्री सवार थे। जिस समय पुलिस पीड़िता के पास पहुंची तो वह फूट-फूटकर रोने लगी, उसने दरिंदे की कहानी बताई और अपने परिजन को भी दास्तां बताई। भोर की किरण फूटते ही उसके परिजन भी थाने पहुंच गए।