-अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में बिगड़े भाजपा के समीकरण
-निर्दलीय ज्ञान सारस्वत के चुनाव कार्यालयों के उद्घाटन
अजमेर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी को लगातार 5वीं बार टिकट देने पर बीजेपी से नाराज ब्राह्मण और वैश्य समाज ने खुलकर ताल ठोक दी है। RSS से जुड़े पार्षद ज्ञान सारस्वत चुनाव में बागी के रूप में देवनानी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। ब्राह्मण समाज और वैश्य समाज निर्दलीय सारस्वत को समर्थन देने के साथ ही हर तरह से मदद कर रहा है। आरएसएस के कई स्वयंसेवक और बीजेपी समर्थक खुलकर सारस्वत को जिताने के लिए मैदान में उतर चुके हैं।
यानी तिलक और तराजू बीजेपी के बागी के साथ खड़े हैं जबकि तलवार भी पिछले दिनों तेवर दिखा चुकी है। पूर्व सभापति सुरेंद्र सिंह शेखावत ने बागी होकर निर्दलीय नामांकन भरा था, हालांकि बाद में उन्होंने नामांकन पर्चा उठा लिया। माना तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस ने अजमेर उत्तर से राजपूत समाज से महेन्द्र सिंह रलावता को टिकट दिया है, लिहाज उनके वोट काटने के लिए कोई अन्य राजपूत खड़ा नहीं होगा। लिहाजा शेखावत चुनाव मैदान से हट गए।
उधर, निर्दलीय प्रत्याशी सारस्वत का चुनाव प्रचार जोर पकडता जा रहा है। गुरुवार को उन्होंने दिनभर में ताबड़तोड़ जनसंपर्क करते हुए अनेक जगहों पर चुनाव कार्यालय का उदघाटन किया। पुलिस लाईन चौराहा व बलदेव नगर माकड़वाली रोड पर चुनाव कार्यालय के उदघाटन मौके पर समर्थकों का रैला जुट गया।
भाजपा के गढ माने जाने वाले माली बहुल क्षेत्र भोपों का बाडा, पुलिस लाइन में उन्हें अपार जनसमर्थन मिला तथा चुनाव कार्यालय उदघाटन में भारी भीड उमडी।
बुजुर्गों, महिलाओं ने उन्हें जीत का आशीर्वाद दिया। सारस्वत की निरंतर बढती जा रही लोकप्रियता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे जहां भी पहुंचते हैं वहां युवाओं की टोली उनके साथ चल पडती है।
पुलिस लाइन में अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत पुलिस लाईन चौराहा स्थित नया बाड़ा पर वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालीचरण सराफ, रमेश तापड़िया, वैश्य समाज अजमेर जिलाध्यक्ष सुभाष काबरा ने खुद मौके पर आकर सारस्वत के चुनाव कार्यालय का उदघाटन किया।
इस मौके पर क्षेत्र के सबसे बुजूर्ग भंवरलाल ने सभी से निवेदन किया कि ईमानदारी की मिसाल ज्ञान सारस्वत को जीत दिलानी है, सबकों साथ देना है। इसी तरह दूसरा चुनाव कार्यालय बलदेव नगर माकड़वाली रोड पर खोला गया। सभी क्षेत्रववासियों ने ज्ञान सारस्वत को विजयी बनाने के लिए संकल्प लिया। इस अवसर पर सैकडों की संख्या में ज्ञान सारस्वत को समर्थन देने के लिए 36 कौमो के प्रतिनिधियों ने उपस्थित होकर आशीर्वाद दिया।
ना बिकूंगा, ना डिगूंगा, सेवा ही मेरा धर्म : सारस्वत
इस मौके पर प्रत्याशी सारस्वत ने कहा कि जिस भरोसे के साथ सर्व समाज ने प्रत्याशी बनाकर जिम्मेदारी दी है उस पर कायम रहूंगा। ना बिकूंगा, ना डिगूंगा। आप 25 नवंबर को वोट देकर फर्ज निभाएं, इसके बाद आपके फर्ज का कर्ज चुकाने की बारी मेरी रहेगी। राजनीति में कई दल और पार्टियां मैदान में हैं, कई तरह की अफवाहे भी उडाई जाती हैं। किसी के कहने से भ्रम में नहीं पडता है।
हमारा लक्ष्य चुनाव की तारीख और उस दिन वोट करना रहे। भ्रष्टाचार पर चोट करने और अजमेर को हक दिलवाने का लक्ष्य पूरा होने तक विश्राम नहीं करना है। जीत होने के बाद मुझे ना एमएलए कहलाने की इच्छा है ना नेता बनने की। अब सर्व समाज ही मेरा परिवार है। में भी इसका सदस्य हूं। बस सबको अपनी भूमिका पूरे मनोयोग से अदा करनी है। चुनावी रण में सर्व समाज ही ज्ञान सारस्वत है।
इसलिए देवनानी से नाराजगी
बीजेपी में ही इस बात को लेकर आपसी खींचतान बनी हुई है कि देवनानी को लगातार 5वीं बार टिकट क्यों दिया गया। पार्टी ने सामान्य वर्ग के लिए निर्धारित इस सीट को अघोषित रूप से सिंधी के लिए रिजर्व कर रखा है। ब्राह्मण, वैश्य या क्षत्रिय समाज को मौका नहीं दिया।
पार्टी में किसी युवा को मौका देने की बजाय वयोवृद्ध देवनानी को ही लगातार टिकट दिया जा रहा है जबकि देवनानी ने पार्टी में किसी सम्भावित दावेदार को पनपने ही नहीं दिया। अजमेर उत्तर में पेयजल समस्या का समाधान कराने में नाकाम रहे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में केंद्र से मिले करोड़ों रुपए की बर्बादी नहीं रोक पाए।
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