शिमला। रैड अलर्ट के बीच भूस्खलन, बाढ़ आने, बादल फटने और इमारतों के जमींदोज होने की घटनाओं में लगातार बारिश से बीते 24 घंटों में 51 लोगों की राज्य में मौत हो गई है, जबकि लगभग 10 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इनमें सबसे अधिक मंडी जिले में 19, शिमला में 14, सोलन में 10, हमीरपुर में 3, सिरमौर में 1, चम्बा में 1 और कांगड़ा में 3 लोग शामिल हैं। अभी कई लोग मलबे में लोग फंसे हैं और राहत व बचाव कार्य लगातार चला हुआ है, जिससे मृतकों की संख्या में इजाफा होने का अंदेशा है। इसमें भूस्खलन की 27, बादल फटने की 5 घटनाएं शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक हिमाचल में भारी बारिश से हाहाकार मचा है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 47 लोगों की मौत और करीब 35 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। 295 से ज्यादा लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं। शिमला समेत राज्य के 6 जिले हमीरपुर, मंडी, सोलन, कांगड़ा और सिरमौर ज्यादा प्रभावित हैं। कांगड़ा में 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 273 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि हादसों में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि। इस बार पिछली आपदा से अधिक नुक्सान हुआ है। प्रशासन भूस्खलन वाले क्षेत्रों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाए। इन लोगों को शैल्टर होम में रखा जाए। राज्य सरकार इस आपदा की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। सभी प्रभावित परिवारों को प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
20 तक मौसम खराब,18 तक यैलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार अभी लोगों को इससे राहत मिलने वाली नहीं है। 20 अगस्त तक खराब रहने वाले मौसम के तहत 3 दिन यानी 18 अगस्त तक यैलो अलर्ट रहेगा।