नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई के दौरान बैंकों ने विजय माल्या के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया जिसमे माल्या ने 4000 करोड़ देने के प्रस्ताव रखा था। बैंकों ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि 2 अप्रैल को बैंकों ने बैठक की और ऑफर को ठुकरा दिया। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने माल्या से तीन अहम जानकारियों पर जवाब मांगा है।
कोर्ट ने माल्या से तीन अहम जानकारियां मांगी हैं, जिसमें पहला दो सप्ताह के अंदर माल्या अपनी और परिवार की देश-विदेश में चल-अचल संपत्ति का ब्योरा दें। माल्या बताएं कि वह कोर्ट में खुद कब पेश हो सकते हैं और आखिरी यह कि लोन चुकाने के लिए कितनी रकम कोर्ट में जमा करा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने माल्या से 21 अप्रैल तक इसका जवाब मांगा है और बैंकों से 25 अप्रैल तक। अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 26 अप्रैल की तारीख तय की है।
कोर्ट में बैंकों के वकीलों ने कहा कि माल्या अपनी सभी चल अचल संपत्तियों की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दें, जिनमें देश-विदेश में और परिवार के सभी सदस्यों की संपत्ति शामिल है। किसी भी तरह के समझौते के लिए विजय माल्या की उपस्थिति जरूरी है और उनके सामने रहने पर ही समझौता हो सकता है। बैंक इस मामले में माल्या से समझौता करने को तैयार हैं।