अयोध्या.’ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन’ यह गाना राम नगरी अयोध्या में साकार हुआ है. जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित कामाख्या देवी मंदिर पर एक 65 वर्षीय बुजुर्ग ने 24 वर्षीय युवती से शादी रचा कर सबको हैरान कर दिया है.
अयोध्या में एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है, जहां 63 वर्षीय दूल्हे ने 24 वर्षीय दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर साथ जीने और मरने की कसमें खाई. इतना ही नहीं 63 वर्षीय दूल्हा नकछेद यादव की छह बेटियां भी हैं, जिनका विवाह हो चुका है. सभी बेटियां विवाह के बाद अपने-अपने घर है. अपनी बेटी की उम्र की लड़की से शादी करने वाले नकछेद यादव का तर्क भी बहुत अनोखा है. 63 साल के दूल्हे का कहना है कि बेटियों का विवाह हो गया था. वह अपने घर चली गई और मुझको खाना बनाने में समस्या हो रही थी, जिसकी वजह से हम ने दूसरी शादी की.
इस शादी में बकायदा रीति रिवाज के साथ विवाह गीत के बीच में वैवाहिक रस्में संपन्न की गई. 6 बेटियों के 65 वर्षीय पिता ने 24 वर्षीय युवती नंदिनी के साथ सात फेरे लिए हैं. हिंदू रीति रिवाज के साथ अयोध्या जनपद के कामाख्या देवी मंदिर में विवाह की रस्में अदा की गई. वैवाहिक कार्यक्रम में बकायदा बराती और घराती शामिल हुए और सभी रस्में अदा की गई.
अग्नि को साक्षी मानकर 65 वर्षीय बुजुर्ग नकछेद यादव ने 24 वर्षीय नंदिनी से विवाह करते हुए साथ जीने और मरने की कसमें खाई. बुजुर्ग ने नकछेद यादव बाराबंकी जिले के सुबेहा थाना क्षेत्र के जमीन हुसैनाबाद पूरे चौधरी गांव के निवासी हैं. उनकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है. 6 बेटियों के विवाह के बाद अकेलापन दूर करने के लिए नकछेद यादव ने विवाह किया.
अयोध्या जनपद के कामाख्या देवी मंदिर में यह शादी हुई है. दूल्हे ने बताया कि हमने जिस युवती से शादी की है. उसका नाम नंदनी यादव है और वह 24 वर्ष की है. हम दोनों अपनी शादी से खुश हैं.
63 वर्षीय दूल्हा नकछेद यादव ने कहा कि हमारी उम्र 63 वर्ष है हमारी 6 बेटियां हैं हमने अपनी सारी बेटियों की शादी कर दी है और वह लोग अपने घर चली गई हमको खाना बनाने में प्रॉब्लम हो रही थी, जिसकी वजह से हमने दूसरी शादी की है.