ग्वालियर. ग्वालियर जिले के घाटीगांव में एक अनोखा भंडारा चल रहा है. सप्ताह भर चलने वाले इस भंडारे में पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु भोजन करेंगे. खास बात ये है कि बिल्डिंग बनाने में काम आने वाले कांक्रीट मिक्सर में मालपुए का आटा गूंथा जा रहा है और ट्रैक्टर की ट्रॉलियों में सब्जी और खीर बनाई जा रही है. अनुमान है कथा के समापन पर दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु भंडारे में भोजन करेंगे, लिहाजा यहां सुरक्षा व्यवस्था भी चौकस की गई है.
घाटीगांव में देवनारायण मंदिर में इन दिनों कथा चल रही है. यहां की कथा और भंडारा सुर्खियों में रहता है. शीतल दास महाराज हर साल यहां कथा और भंडारे का आयोजन करते हैं. इस साल भी यह आयोजन 22 जनवरी से धूमधाम के साथ चल रहा है. घाटीगांव के आसपास के 40 गांव से 50,000 से ज्यादा श्रद्धालु रोजाना कथा सुनने आ रहे हैं. कथा के बाद रोजाना भंडारा होता है. कहते हैं जब यहां कथा होती है तो आसपास के गांव के घरों में चूल्हे नहीं जलते हैं. सब यहीं भोजन करते हैं.
मिक्सर मशीन और ट्रेक्टर की ट्रॉलियों में बन रहा भोजन
भंडारे में भोजन बनाने के लिए 100 रसोइयों की टीम लगातार काम करती है. रोजाना 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जा रहा है.
इसमें बिल्डिंग बनाने में इस्तेमाल होने वाले कॉंक्रीट मिक्सर में मालपुए का आटा गूंथा जाता है. बड़ी ट्रॉलियों में सब्जी और खीर बनाई जा रही है. बड़ी-बड़ी कढाइयों और बाल्टी में भरकर खीर और सब्जी निकाली जाती है. उसके बाद ये भोजन श्रद्धालुओं की पत्तल तक पहुंचता है. भोजन पंडाल में एक साथ एक हजार से ज्यादा श्रद्धालु भोजन करने बैठते हैं. भोजन परोसने के लिए 400 स्वयंसेवकों की टीम लगी रहती है.