राजगढ़ धाम पर उमड़ा आस्था का सैलाब
अजमेर। श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ मनाए जा रहे विशाल छठ मेले के दौरान दुर्गाष्टमी पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड पडा। धाम पर श्रद्धालुओं का रैला देर रात तक अखण्ड ज्योति के दर्शन करने व चमत्कारी चिमटी पाने के लिए आता रहा।
धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि शारदीय नवरात्रा महोत्सव के लक्खी छठ मेले में बाबा भैरव का मुख्य मंदिर गत तीन वर्षों में बाबा के आदेशानुसार विशेष अवसरों पर ही श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोला गया।
छठ मेले में भजन संध्या में आए भारत के विश्वविख्यात भजनगायक लखबीर सिंह लक्खा और अजमेर के जाने माने भजनगायक विमल गर्ग ने भजन सुनाए तो श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। पुष्कर निवासी प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी एण्ड पार्टी ने नगाडे की गूंज से सबको मोहित कर दिया।
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प्रदेश के कई जिलों से आए श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव व मां कालिका के झण्डे चढाकर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर अखण्ड ज्योत के दर्शन किए। शारदीय नवरात्रा मेला महोत्सव के दौरान धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चेरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा की ओर से समस्त व्यवस्थाएं की गई हैं।
शारदीय नवरात्रा की दुर्गाष्टमी पर झुन्झनूं के अजय मोटासरा व सुभाष बुगालिया, अरमान मोबाईल अजमेर के जसवन्त राजानी ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर भैरव बाबा की प्रसादी की। इस दौरान बाबा भैरव व मां कालिका के ध्वज भी चढाए गए। आरके ऊंट-घोड़ी पार्टी झुन्झनूं की ओर से रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। ऊंट-घोड़ी के नृत्य को देख श्रद्धालु आश्चर्यचकित हो गए।
चम्पालाल महाराज ने धाम पर चल रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ महाअभियान में हजारों भक्तों को संबोधित करते हुए कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेश दिया देते हुए कहा कि बेटी भाग्य विधाता से अपना भाग्य स्वयं लिखाकर लाती है। बेटी लक्ष्मी का रूप होती है। बेटी को जो इंसान कोख में मारकर पाप करता है उसे भगवान कभी माफी नहीं करता है। उन्होंने कहा कि नशा नाश का कारण है, नशा अपराध की जड़ है। इसलिए नशे का त्याग करना चाहिए।