यही नहीं विपक्ष ने भी इस पर सवाल खड़े किए थे और सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही थी। इसी मामले को परिजनों ने भी उठाया था। इसके बाद पटवारी वैभव प्रताप की भूमिका को लेकर डीएम ने एसडीएम यमकेश्वर को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। अब एसडीएम यमकेश्वर की प्रांरभिक जांच रिपोर्ट में लापरवाही की पुष्टि होने के बाद डीएम ने राजस्व उपनिरीक्षक वैभव प्रताप को सस्पेंड कर दिया है।
वैभव प्रताप को तहसील थलीसैंण से अटैच करते हुए, इस मामले की जांच एसडीएम लैंसडौन को सौंपी दी है।अंकिता की गुमशुदगी को लेकर बरती गई लापरवाही पर इससे पूर्व चार्ज पर रहे पटवारी विवेक कुमार को निलंबित किया जा चुका है। एसडीएम की जांच रिपोर्ट में उदयपुर पल्ला -2 में तैनात राजस्व उपनिरीक्षक वैभव प्रताप की लापरवाही की पुष्टि हुई है।
करीब दो पन्नों की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब 19 सितंबर को ही वैभव प्रताप को अंकिता की गुमशुदगी का पता लग गया और उन्होंने इस मामले में अंकिता के परिजनों से भी बात कर ली थी तो इनते गंभीर प्रकरण को बिना उचित कार्रवाई किए और बिना उच्चाधिकारियों को बताए उन्होंने अपना अवकाश स्वीकृत करवा लिया। वैभव प्रताप 20 से 23 सितंबर तक अवकाश पर रहे।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि पटवारी वैभव प्रताप को पहले भी कई मामलों में चेतावनी दी चुकी है, लेकिन इसके बावजूद इतने गंभीर प्रकरण को लेकर उन्होंने फिर लापरवाही बरती। पौड़ी के डीएम डा.विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि एसडीएम की जांच रिपोर्ट में प्रथमदृष्ट्या लापरवाही सामने आई है। यह गंभीर प्रकरण है, लेकिन लापरवाही के कारण छवि भी धुमिल हुई है। डीएम के मुताबिक पटवारी वैभव प्रताप को निलंबित करते हुए तहसील थलीसैंण से अटैच कर दिया गया है