औरंगाबाद का चंदन निजी सुरक्षा कंपनी में गार्ड के रूप में काम करता था। कई जगहों पर गार्ड की आवश्यकता थी। वकील केशव ने उसे कॉल किया। वकील ने खुद को हाईकोर्ट का जज बताया। कहा कि हाईकोर्ट में गार्ड की जरूरत है। गार्ड में नौकरी लगवाने के नाम पर वकील ने कई युवकों से 70-70 हजार लिये। जब दो साल तक नौकरी न लगी तो रुपये देने वालों ने पूछताछ शुरू की । लेकिन हर बार केशव कोरोना काल का हवाला देकर बच निकलता था। सीतामढ़ी के रहने वाले सचिन नाम के लड़के ने उससे सबसे पहले रुपये की मांग की थी।
रुपये देने के बहाने लड़कों को बुलवाया, फिर…
एसएसपी ने बताया कि केशव ने रुपये वापस करने के बहाने ही लड़कों को राजेंद्रनगर टर्मिनल पर बुलवाया था। लेकिन उसने रुपये नहीं दिये। इसके बाद सभी ने चार पहिया गाड़ी में उसे बैठा लिया और अपने साथ ले गये।
वकील के मोबाइल से ही बनाया वीडियो आरोपितों ने वकील के मोबाइल से ही उसका वीडियो और ऑडियो बनाया। फिर उसे केशव के परिजनों को भेजकर उनसे रुपये की डिमांड की गयी। पहले पांच फिर 2.70 लाख रुपये पर डील फाइनल हुई।
वीडियो बना तुरूप का पत्ता
जिस वीडियो को आरोपितों ने वकील के घरवालों को भेजा था उसमें मुर्गी फार्म का नजारा दिख गया। पुलिस समझ गयी कि केशव को किसी मुर्गी फॉर्म में रखा गया है। इसके बाद देसरी इलाके मे जैसे ही उसका टावर लोकेशन आया वहां पर स्थित तीन मुर्गी फॉर्म में एक साथ छापेमारी की गयी। उसी में एक से वकील को बरामद कर लिया गया।
वकील पर भी होगी कार्रवाई
एसएसपी ने बताया कि वकील ने खुद को जज बताकर नौकरी के नाम पर रुपये लिये थे। इस बाबत उन लड़कों से भी पूछताछ की जा रही है। केशव पर भी पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।