नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी को बिना हेलमेट बाइक चलाना महंगा पड़ गया है। दिल्ली पुलिस ने सांसद और वाहन मालिक के खिलाफ कुल 41 हजार रुपए का चालान काट दिया है।
मनोज तिवारी को 21 हजार रुपए का चालान भरना होगा तो वाहन मालिक पर 22 हजार रुपए का फाइन लगाया गया है। तिरंगा यात्रा के दौरान सांसद जिस बाइक पर सवार थे उसपर ना तो हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट था और ना ही पीयूसी सर्टिफिकेट अपडेट था। इन खामियों की वजह से भारी-भरकम चालान काटा गया है।
बुधवार को दिल्ली में बीजेपी नेताओं ने तिरंगा रैली में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान हाथ में तिरंगा लिए नेता बाइक में सवार होकर निकले। दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे समेत कई नेता बिना हेलमेट ही सड़कों पर निकल गए। सांसदों को इस तरह नियम तोड़ते देख बहुत से लोगों ने सवाल उठाए और ट्विटर पर ट्रैफिक पुलिस से शिकायत की। पूछा गया कि क्या चालान सिर्फ जनता का कटेगा, सांसदों को कानून तोड़ने की छूट है?
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि हेलमेट, लाइसेंस, पॉल्यूशन और हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) उल्लंघन के लिए चालक पर चालान लगाया है, इसकी चालान राशि 21,000 रुपये है। जबकि वाहन के मालिक पर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और सिक्योरिटी नंबर प्लेट ना होने को लेकर 20,000 रुपये का चालान लगाया गया है।
मालूम हो कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल के साथ तिरंगा बाइक रैली को रवाना किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान समेत कई केंद्रीय मंत्री और सांसद बाइक पर बैठकर तिरंगा लहराते नजर आए। अधिकतर नेताओं ने ट्रैफिक नियमों का भी ध्यान रखा और हेलमेट पहने नजर आए। हालांकि, कुछ नेता सिर पर पगड़ी या भगवा गमछा बांध बाइक दौड़ाते नजर आए।