भोपाल। प्रदेश की राजधानी में गुरुवार को एक बाघ ने दहशत फैला दी। वह अलसुबह शहर के निशातपुरा स्थित नवीबाग में कृषि अभियांत्रिकी संस्थान परिसर के सरकारी मकान की छत पर चढ़कर पेड़ की छांव में बैठ गया।
बाघ ने पूरे वन विभाग टीम को करीब आठ घंटे तक खूब थकाया। इसी के साथ बाघ को पकडऩे की तैयारी चल रही थी कि बाघ अचानक छत से कूदकर एक कमरे में जा बैठा।
इसके तुरंत बाद नगर निगम से हाईड्रोलिक क्रेन बुलाई गई। उस पर चढ़कर बेहोशी का इंजेक्शन वाली ट्रेंकुलाइजर गन से बाघ पर फायर किया गया। कुछ देर बाद बाघ बेहोश हो गया। बड़ी मशक्कत के बाद बाघ को पकडकऱ वन विहार भेजा गया है।
गौरतलब है कि भोपाल इन दिनों बाघों को लेकर खासी चर्चाओं में हैं। हाल ही के दिनों में रिहायशी इलाके कलियासोत के जंगल में बाघ देखने को मिला था।
…इधर पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
तिनसुकिया। ऊपरी असम के तिनसुकिया जिले में गुरुवार की सुबह स्थानीय लोगों और वन विभाग की मदद से एक तेंदुए को पिंजरे में कैद किया गया। तेंदुए के पकड़े जाने पर स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली।
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि जिले के सासमिक स्थित गसपूरिया इलाके में एक तेंदुए का आतंक फैला हुआ था। शाम होते ही स्थानीय लोग अपने घरों में दुबक जाते थे। वन विभाग को मिली सूचना के बाद इलाके में एक पिंजरा लगाया गया। देर रात तेंदुए पिंजरे में फंस गया। आज सुबह वन विभाग ने तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया।