देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से कई जिलों में यातायात ठप हो गया है। नेशनल हाईवे सहित आंतरिक सड़कों पर मलबा आने से ट्रैफिक बाधित हुआ है। सड़कें बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का कार्य जारी है। लेकिन, पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम मुसीबत बना हुआ है।
राष्ट्रीय राजमार्ग में मंगलवार को चार घंटे वाहनों की आवाजाही बाधित रही। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक एनएच में अमोड़ी और स्वाला के समीप सुबह चार बजे पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मलबा गिर गया। इससे यहां से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई।
चंपावत में मलबा गिरने से एनएच में वाहनों की कतार लग गई। सुबह करीब आठ बजे कड़ी मशक्कत के बाद सड़क से मलबा हटाया जा सका। इसके बाद यहां से वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी। जाम में फंसने से कई यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बरसात ने रोकी चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं की रफ्तार
बरसात के चलते चार धाम यात्रा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की रफ्तार अब थम सी गई है। केदारनाथ धाम में ही अब साढ़े तीन हजार तक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री में तो श्रद्धालुओं की संख्या एक हजार से भी कम हो गई है।
यात्रा के पीक सीजन पर केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 20 हजार से अधिक श्रद्धालू पहुंच रहे थे। अब ये संख्या साढ़े तीन हजार के करीब तक है। बदरीनाथ धाम में यात्रा सीजन के दौरान प्रतिदिन 18 हजार के करीब श्रद्धालु पहुंच रहे थे।
गंगोत्री हाईवे बंद-फंसे यात्री, 12 घंटे बाद ट्रैफिक हुआ शुरू
उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश के बीच गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग थिरांग (स्वारीगाड) के पास सुबह भूस्खलन होने के कारण आवाजाही के लिए ठप रहा। सोमवार को करीब 12 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया गया है। मार्ग पर आवाजाही ठप होने से गंगोत्री जा रहे सैकड़ों कांवड़िए मार्ग के दोनों ओर घंटों तक जाम में फंसे रहे।