पर्यटन सचिव, दिलीप जावलकर ने बताया कि कुछ लोग ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग करा रहे हैं, लेकिन उसी दिन तीर्थयात्रा पर रवाना हो रहे हैं। रास्ते में पुलिस रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान ऐसे वाहनों को रोक रही है। इससे तीर्थयात्रियों को अनावश्यक परेशान होना पड़ रहा है और धामों में भीड़ भी बढ़ रही है। इससे बचने को तय किया गया है कि, अब केवल सात दिन के भीतर का ही ऑफलाइन पंजीकरण शुरू होगा। हालांकि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर बने रहेंगे।
ट्रेवल एजेंट कर रहे गुमराह
सूत्रों ने बताया कि, ट्रेवल एजेंट, हरिद्वार, ऋषिकेश के पंजीकरण केंद्रों में जून, जुलाई, अगस्त के महीनों की बुकिंग करा रहे हैं और इसी स्लिप को लेकर यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। जब धामों में तय संख्या से यात्री पहुंचे, तो ट्रेवल एजेंटों का यह गोलमाल सामने आया।