ऑनलाइन ई-नामांकन पूरा न होने तक ईपीएफ सदस्य के खाते में सिर्फ अंशदान ही जमा हो पाएगा। इसके अलावा वे अपनी पासबुक में जमा रकम का ब्योरा भी नहीं देख सकते हैं। हल्द्वानी क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार कुमाऊं मंडल में 2 लाख से ज्यादा ईपीएफ सदस्य हैं। इनमें से अभी तक सिर्फ 68 हजार कर्मचारियों ने ही अपना ई-नामांकन पूरा कराया है।
कर्मचारी के लिए ईपीएफ भविष्य के लिए संग्रह होता है, लेकिन आपात स्थिति में यह रकम काम आती है। मगर थोड़ी सी लापरवाही की वजह से हजारों लोगों का खाता ब्लॉक किया गया है। ऐसे में अगर वे एडवांस के लिए आवेदन करते हैं तो उनका आवेदन रद हो जाएगा। सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी की श्रेणी में किए गए आवेदन पर ही कार्रवाई शुरू होगी। इसमें भी मेडिकल इमरजेंसी से जुड़ी जरूरी पत्र जमा कराने होंगे।