अजमेर। राजस्थान पुलिस के कई घूसखोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार को नसीराबाद सिटी थाने का प्रभारी भंवर सिंह अपनी होशियारी से भ्र्ष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़ने से बाल-बाल बच गया। उसने भनक लगने पर रिश्वतखोरी की बात टेप करने आए फरियादी से वॉइस रिकॉर्डर छीनकर ‘गायब’ कर दिया और उसे पीटते हुए 151 में बंद कर दिया। ममले में एसीबी ने थानेदार भंवर सिंह के खिलाफ उसके ही थाने में मामला दर्ज कराया है।
एसीबी के अनुसार, एक शराब दुकानदार ने उससे रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करने के लिए फरियादी को वॉइस रिकॉर्डर देकर थाने में भेजा। थानेदार भंवर सिंह को अंदेशा हो गया। उसने और सिपाही गजानन्द ने फरियादी से वॉइस रिकॉर्डर छीनकर छिपा लिया और मारपीट करते हुए उसे लॉकअप में बंद कर दिया।
इधर, थाने के बाहर डटे एसीबी अफसरों ने काफी देर तक फरियादी को बाहर निकलते नहीं देखा तो वे खुद ही थाने में पहुंच गए। भीतर का नजारा देखकर वे सारा मामला समझ गए। एसीबी रेड की खबर लगते ही डिप्टी पूनम भरगड़ और सहायक पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा भी थाने पहुंच गए। पूरे पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया।
अपना ट्रैप फेल होने के बाद एसीबी ने थानेदार भंवर सिंह और सिपाही गजानन्द के खिलाफ वॉइस रिकॉर्डर छीनने और फरियादी से मारपीट करने का मामला दर्ज कराया है।