बजिया ग्राम पंचायत के करकच्छी गांव निवासी श्यामलाल की तीन वर्षीय बेटी सुमन शुक्रवार को गांव के पास नहर किनारे खेल रही थी। खेलते खेलते वह नहर के चैम्बर में चली गईं। वहां पानी ज्यादा होने के कारण डूबने लगी। यह देख लोगों ने लड़की को बाहर निकाला। तब तक वह अचेत हो गईं थी।
अचेत अवस्था में परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां पर डीजे की धुन पर अस्पताल के कर्मचारी नाचते हुए होली मना रहे थे। बच्ची के पिता श्यामलाल ने बताया कि वह लड़की का उपचार कराने के लिए अस्पताल में इधर उधर दौड़ता रहा लेकिन सब होली मनाने में लगे रहे।
करीब एक घण्टे बाद डॉक्टर ने मेरी बच्ची को देखा और उसे मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि समय पर अगर इलाज किया होता तो बच्ची की जान बच गयी होती। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरिक्षक मनोज कुमार सिंह ने परिजनो को समझा बुझाकर शान्त कराया।
संविदा चिकित्सक डा अरविंद ने बताया कि मै कमरे में था। जानकारी पर मैने बच्ची को देखा। बच्ची की मौत हो चुकी थी।