नई दिल्ली। दिल्ली में शराब की एक बॉटल पर एक बॉटल मुफ्त मिलने की वजह से शराब की दुकानों के बाहर जहां लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं वहीं दुकान के भीतर भीड़। शराब के शौकिनों के सामने सभी कोविड प्रतिबंध ही तार-तार नहीं हो रहे बल्कि नई आबकारी नीति में जो मानदंड दुकानों के लिए बनाए गए थे वह भी टूर रहे है। ग्राहकों को मनपसंद शराब भी नहीं मिल पा रहा है। उसकी जगह दूसरे ब्रांड की बिक्री की जा रही है।
उधर, प्रदेश भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा गया है। पत्र के माध्यम से निजी ठेकेदारों द्वारा चलाई जा रही शराब प्रमोशन स्कीम को लेकर विरोध दर्ज किया गया है। साथ ही नई आबकारी नीति में संशोधन की मांग की गई है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पत्र में कहा है कि नई शराब नीति आने के बाद कई तरह की समस्याएं सामने आ रही है। निजी ठेकेदार शराब की खपत बढ़ाने के लिए स्कीम चला रहे है। इस स्कीम के चलते लोगों के हाथ में अधिक शराब पहुंच रही है।
इसके परिणाम स्वरूप लोगों में खासकर युवाओं में शराब की खपत बढ़ रही। शराब ठेकों पर लड़ाई झगड़े के मामले बढ़ रहे हैं। पत्र मे कहा है की एक नागरिक को ध्यान में रख नई आबकारी नीति में संशोधन होना चाहिए। शराब ठेके खुलने का समय 12 बजे के बाद तय किया जाना चाहिए। ताकि स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र इस नशा से दूर रहे।