विहिप के केंद्रीय महामंत्री बुधवार को खंडवा पहुंचे थे जहां वे पुरानी अनाज मंडी जलेबी चौक में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के तत्वावाधान युवा सम्मेलन में शामिल हुए।
इसमें युवाओं को त्रिशूल दीक्षा भी दी गई। इस दौरान महामंत्री ने मंच से अपने संबोधन में कहा कि भारत देश की संस्कृति पर निरंतर दो हजार साल से आक्रमण होते रहे। इसके बाद भी आज भारत देश हिंदू बहुल है। यह हमारी आध्यात्मिक शक्ति, सहनशीलता और हमारे पूर्वजों के कठिन संघर्ष का ही परिणाम है।
ब्रिटिशों को पता था कि भारत में हिंदू समाज अपने इतिहास से शिक्षा लेता है और अपने पूर्वजों के इतिहास से सीखकर मजबूती प्राप्त करता, इसलिए उन्होंने हमारी शिक्षा पद्धति को धूमिल कर दिया गया। अंग्रेजों ने हमें ऐसा इतिहास परोसा, जिसे पढ़कर हमें अपने पूर्वजों की गुलामी महसूस होती रहे। आज भी हिंदू समाज को षड्यंत्र कर जातियों में बांटने का प्रयास किया जा रहा है। आदिवासी अंचलों में भील हिंदू नहीं हैं, गौंड हिंदू नहीं हैं, जैसे विचार प्रचारित किए जा रहे हैं। जबकि, गौंड राजाओं के शिलालेखों पर श्रीराम और श्री गणेशाय नमः के नाम का उल्लेख है।