अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ के द्वारा राज्य सरकार एवं बिजली कम्पनियों के द्वारा अजमेर शहर को फ्रेन्चायजी में देने के विरोध में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीके रॉय एवं प्रदेश महामंत्री दीनानाथ रूथला, धर्मू पारवानी, विनीत कुमार जैन ने बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर अप्रेल में दिल्ली में विशाल प्रदर्शन का ऐलान किया है। मजदूर नेताओं ने बताया कि देश में जहां कही भी विद्युत क्षेत्र में निजीकरण हुआ है उसके परिणाम अच्छे नहीं रहे है। राज्य सरकारे अपनी लोकप्रिय छवि पेश करने के लिए अनेक राज्यों में बिजली की दरो में लागत से भी कम दर पर बिजली उपलब्ध करा रही है। जबकि बिजली की लागत कोयले के मूल्य से तय होती है जो पूरे राज्य में लगभग एक समान है। अत: भारतीय मजदूर संघ केन्द्र सरकार से मांग करता है कि पूरे देश में उपभोक्ताओ से एक ही दर से बिजली का मूल्य वसूल किया जाना चाहिए। राज्य सरकारो को बिजली की उपलब्धता एवं निर्बाध विद्यूत आपूर्ति के लिए अतिरिक्त पावर प्लान्ट लगाने चाहिये। एवं वितरण की व्यवस्था भी स्वयं करनी चाहिये। आगामी अप्रैल माह में राष्ट्रीय स्तर पर बिजली मजदूरों का बिजली को निजीकरण किये जाने के विरोध में दिल्ली में विषाल प्रदर्षन होगा। प्रेस वार्ता का सम्बोधित करते हुए प्रदेष महामंत्री दीनानाथ रूटला ने बताया कि आगामी मार्च माह के अन्तिम सप्ताह में बिजली मजदूरो का एक बड़ा प्रदर्षन राजस्थान विधानसभा के बाहर होगा। प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए धर्मू पारवानी ने कहा कि डिस्कॉम द्वारा निजीकरण का निर्णय आत्मघाती सिद्ध होगा।
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