अजमेर। राजस्थान में राज्य के कृषि एवं अजमेर के प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया ने स्थानीय स्तर पर खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के निर्देश दिये है।
कटारिया ने आज अजमेर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सिविल लाइंस स्थित रीट कार्यालय के सभागार में प्रशासनिक बैठक में कोरोनाकाल के कार्यों, उसकी भावी रणनीति तथा विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अजमेर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपकरण खरीद की शिकायतों के बाद आज जिला कलेक्टर को जांच के निर्देश दिये गए हैं।
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। यह समय राजनीति करने का नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में सरकार कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और साधन मुहैया करा रही है।
अजमेर विधायकों द्वारा घटिया ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि वे इसकी जांच करें। उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में बिजली, पानी व अन्य विकास योजनाओं का फीडबैक लिया है और जनता को राहत देने की दिशा में खासकर बजट घोषणाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि विधायक अनिता भदेल, सुरेश टांक, वासुदेव देवनानी एवं सुरेश रावत ने स्थानीय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद महंगी दर पर करने की शिकायत की गई थी।
मेडिकल उपकरणों की खरीद में आपदा में अवसर जैसा आ रहा है नजर : पूनियां
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने कहा है कि प्रदेश में वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान दूसरी लहर के दौरान मेडिकल उपकरणों की ख़रीद में आपदा में अवसर जैसा कुछ नज़र आ रहा है।
डा पूनियां ने आज सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आक्सीजन कंसंन्ट्रेटर और वेंटिलेटर के अलावा रैपिड एंटीजन टेस्ट की अलग अलग दरों पर ख़रीद संदेह पैदा कर रही है, वो भी उस समय जब लैब की टेस्टिंग क्षमता पर भार कम हुआ है।