नई दिल्ली। कोरोनावायरस से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। टीकाकरण अभियान की शुरुआत से लेकर अब तक टीके की 17 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
वैक्सीनेशन का तीसरा 1 मई से शुरू हो चुका है और लोग टीका के लिए बड़ी संख्या में कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। वैक्सीनेशन में अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी शामिल किया गया है।
अब सरकार ने कोविन पोर्टल पर महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें कई खामियों को दूर करते हुए वहीं कुछ ऐसी सुविधाएं भी दी गई हैं, जिससे लोगों का काम आसान होगा।
कोविन पोर्टल पर सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब रजिस्ट्रेशन के बाद जब आपका वैक्सीन लगवाने का नंबर आएगा तो एक चार अंक का सिक्योरिटी कोड देना होगा। इसके बगैर आपको टीका नहीं लग पाएगा।
सिक्योरिटी कोड हुआ आवश्यक
देश में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी, तभी से कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया था। टीका लगवाने के लिए सबसे पहले कोविन पोर्टल, आरोग्य सेतु ऐप और उमंग ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद दी हुई तारीख पर आप टीकाकरण केंद्र पहुंचते हैं और टीका लगवाते हैं, तब आपके पास सफलतापूर्वक टीकाकरण का एक मैसेज आता है।
कई बार देखा गया कि रजिस्ट्रेशन के बाद लोग दी हुई तारीख पर टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंचे, लेकिन उनके पास टीकाकरण हो जाने का मैसेज आ गया। इसकी काफी शिकायतें मिल रही थीं। इसी को दूर करने के लिए सिक्योरिटी कोड को अनिवार्य किया गया है। 8 मई से यह व्यवस्था लागू हो गई है। इसके बाद बिना कोड के टीका नहीं लग पाएगा। कोविन सिस्टम पर लागू किया नया फीचर सिर्फ उन लोगों के लिए होगा, जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की है।
कोड पर ही मिलेगा सर्टिफिकेट
चार अंकों का यह सिक्योरिटी कोड अपॉइंटमेंट एकनॉलेजमेंट स्लिप पर भी प्रिंट किया जाएगा, लेकिन इसकी जानकारी वैक्सीनेटर या ऑपरेटर को नहीं होगी। अपॉइंटमेंट मिल जाने के बाद इस कोड को यूजर के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए भी भेजा जाएगा।
वैक्सीनेशन सेंटर पर कोड दिखाने के बाद टीका लग जाएगा। पोर्टल पर कोड की एंट्री के बाद ही डिजिटल सर्टिफिकेट जेनेरेट होगा। इसके बाद आपको एक मैसेज आएगा कि आपका टीकाकरण सफलतापूर्वक हो गया है। अगर आपको मैसेज नहीं आता है तो आपको सेंटर पर बताना होगा।
और भी होगी आसानी
सिक्योरिटी कोड के अलावा कोविन पोर्टल के डैशबोर्ड में बदलाव किया गया है। इससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। जब आप पिन कोड या जिला, किसी एक के जरिए बुकिंग के लिए स्लॉट सर्च करेंगे तो आपको एज ग्रुप, वैक्सीन, फ्री और पेड की जानकारी उसी वक्त मिल जाएगी।
वैक्सीन चुनने का अधिकार
पहले वैक्सीन लगवाने के बाद मैसेज आने पर पता चलता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है, लेकिन इस सुविधा के जरिए आपको सारी जानकारी पहले ही मिल जाएगी। कई लोगों हमें कौन सी वैक्सीन लगवानी है, इसे चुनने का अधिकार दिया जाए। इस सुविधा से उस मांग को भी पूरा कर दिया गया है। अब आप पहले ही देख लेंगे कि मुझे जो वैक्सीन लगवानी है, वो कहां और कब उपलब्ध है और उस हिसाब से आप अपने लिए स्लॉट बुक कर सकेंगे।