कोटा। वन विभाग एवं नागरिक समिति द्वारा विकसित अनंतपरा एवं कर्णेश्वर स्मृति वन में मौजूदा समस्याओं के निदान के लिए आयोजित बैठक में निर्णय किया गया कि धन की कमी से पेड़ पौधों को मरने नहीं दिया जाएगा। एक साल पूर्व यहां पर 4 हजार से अधिक पौधे लगाए गए थे जो वन विभाग को उच्च स्तर से दो करोड़ आर्थिक मदद नहीं मिलने के कारण बाधा आ गई। जबकि कोटा को यह राशि मिलनी थी। घन के अभाव में वन विभाग के कर्मचारी अपने वेतन से पौधों की देखरेख कर रहे हैं।
उप वन संरक्षक ललित सिंह राणावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सदस्यों ने कहा कि सरकारी धन में रूके रहने तक स्वयंसेवी संस्थाऐं पौसे की कमी को पूरा करेंगी कोटा में श्रेष्ठ कामों के लिए पैसे देने वालों की कमी नहीं है। इस बारे में लोक सभा सदस्य ओम बिड़ला से दिल्ली महानिरीक्षक वन विभाग से वार्ता करने के लिए अनुरोध किया जाएगा। बैठक में स्मृति वन की सुरक्षा के उपायों पर विचार किया गया। आगामी 21 मार्च को स्वसंसेवी संस्थाऐं अपने द्वारा लगाए पौधों की निराई गुड़ाई कर पौधों की सम्हाल करने के लिए श्रमदान करेंगे। पर्यावरण जागरूकता के लिए दीवारों पर नारे लिखवाऐ जाऐंगे। अनंतुपरा बस्ती के लिए शौचालय बनाने का नगर निगम से अनुरोध किया जाएगा। इसके अभाव में लोग दीवार तोड़ कर स्मृति वन का नुकसान पहुंचा रहे हैं जो चिंता का विषय है।
बैठक में समाज सेवी जीडी पटेल, पर्यावरणविद् डॉ. एलके दाधीच, एचवी भाटिया,बृजेश विजयवर्गीय,तपेश्वर सिंह,विजय सिंह पालीवाल के अलावा डॉ. सुसेन राज, अनिता धाकने आदि ने सुझाव दिए।
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