वडोदरा। कोरोना काल में शमशान में जगह नहीं होने, पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करने और अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग जैसी दिल दहला देने वाली खबरों के बीच एक शर्मनाक मामला सामने आया है।
वडोदरा में एक परिवार को अपने परिजन के शव को शमशान ले जाने के लिए शववाहिनी या एंबुलैंस नहीं मिल सकी। ताबड़तोड़ एक ठेले का इंतजाम किया गया और शव को किसी तरह अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
शहर के नगरवाड़ा में शाह मार्केट के पास रहने वाले एक परिवार में 65 वर्ष के वृद्ध का निधन हो गया था। परिवार ने शववाहिनी या एंबुलैंस का इंतजाम करने का काफी प्रयास किया पर वे इसमें विफल रहे। सभी शव वाहन और एंबुलैंस वडोदरा शहर में मृतकों को श्मशान ले जाने के साथ-साथ गंभीर रूप से बीमार रोगियों को अस्पताल पहुंचाने में व्यस्त थे।
इस पर परिवार के लोगों को शव को ठेले में ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। चूंकि श्मशान नगरवाड़ा क्षेत्र से डेढ़ किलोमीटर दूर खसवाड़ी इलाके में स्थित था, इसलिए परिवार के सदस्यों को डेढ़ किलोमीटर तक शव को श्मशान घाट जाना पड़ा।
कोरोनाकाल में इस तरह शव को ठेले पर ले जाते देख सड़क पर चल रहे लोगों के दिल कांप उठे।