महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में लाकडाउन के दौरान गरीब असहायों के समक्ष उत्पन्न भोजन की गम्भीर समस्या के समाधान में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अन्नपूर्णा रसोई खासी मददगार साबित हो रही है।
संकट की घड़ी में रसोई हर रोज हजारों भूखों की शांत कर रही है। दुनिया के समक्ष बड़ी आपदा बन कर उभरे कोरोना ने आम जनमानस के समक्ष मुसीबतों के पहाड़ खड़े कर दिए है। वायरस से बचाव के लिए लागू लाकडाउन में घरों से निकलने पर लगी रोक के कारण रोज कमाने खाने वाले गरीब मजदूर वर्ग के सामने भूख मिटाने की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में निर्बल ओर असहाय लोगो की मदद व उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के लिए बड़ी संख्या में सामाजिक संस्थाएं आगे आई है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं विश्व हिंदू परिषद ने करीब आठ स्थानों पर अन्नपूर्णा रसोई को संचालित कर भूखों को भोजन उपलब्ध कराने का कार्य शुरू किया गया है। महानगरों से वापस लौट कर आ रहे श्रमिको, दिहाड़ी मजदूरों,गरीबो,निर्बलों की मदद में रसोई महत्वपूर्ण साबित हो रही है।
विहिप के जिला मंत्री मयंक तिवारी ने बताया कि आपदा के इस मौके पर नर सेवा नारायण सेवा की भावना से विहिप व आरएसएस ने महोबा,चरखारी एवं कुलपहाड़ तहसील मुख्यालयो तथा कबरई, श्रीनगर, बेलाताल, पनवाड़ी, खरेला विकास खंडों एवं ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा रसोई का संचालन शुरू कराया है। जहां से हर रोज दोनों वक्त आठ से दस हजार लंच पैकेटों का वितरण घर घर जाकर हो रहा है।
संघ तथा विहिप के अलावा अन्य अनुसांगिक संगठनों के पांच सैकड़ा से ऊपर पूर्ण व अंश कालिक कार्यकर्ता इस महायज्ञ में 24 घण्टे अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। विहिप महामंत्री ने बताया की महोबा जिले में अन्नपूर्णा रसोई के संचालन में मदद के लिए प्रत्येक वर्ग व सम्प्रदाय के बड़ी संख्या में लोग आगे आए है। इनमे व्यापारी, ठेकेदार और राजनेता शामिल है। इन सभी ने आर्थिक सहयोग की पेशकश की है।
कार्यक्रम में पारदर्शिता के मद्देनजर रसोई की जरूरतों के मुताबिक सभी से आवश्यक सामग्री ही प्राप्त की जा रही है। महोबा मुख्यालय के सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में इसका केंद्रीय कार्यालय स्थापित कर ब्यवस्थाओ को संचालित किया जा रहा है। यहां से जिले में संचालित सभी अन्नपूर्णा रसोई की मॉनिटरिंग का कार्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक पुनीत द्वारा करते हुए कार्यकर्ताओ को दिशा निर्देशित किया जा रहा है।