पटियाला। नवजात शिशु को दूध पिलाते समय मां की गलती से बच्चे की मौत हो गई। यह हादसा अनजाने में हुआ।
पटियाला के हीरा बाग़ नगर में संजय कुमार के 2 माह के बच्चे की फीड लेते समय मौत हो गई।
दरअसल, संजय की पत्नी को 2 माह के बेटे को दूध पिलाते समय नींद आ गई। सुबह उठने पर देखा तो बच्चा बेसुध था और उसने जब कोई हरकत नहीं की तो उसे तुरंत राजिन्द्रा अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने चैकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत के बाद मां का रो-रो कर बुरा हाल है।
यह बरतें सावधानी
शिशु रोग माहिर डा. आशीष शर्मा ने बताया कि डिलवरी के बाद हर मां को बच्चे को सही ढंग से ब्रैस्टफीड करवाने की जानकारी दी जाती है। उनके मुताबिक कई बार दूध बच्चे की फूड पाईप की बजाय विंड पाईप (सांस वाली नली) में चला जाता है, जिसे मैडीकल भाषा में ट्रैकिया कहते हैं। विंड पाईप से यह दूध फेफड़ों में चला जाता है, जिसके साथ बच्चे की सांस रुक जाती है। इसलिए बच्चे को लेटा कर दूध पीलाने से परहेज़ करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे की आंखों के लिए ख़तरा हो सकता है। मां और बच्चे में सही एंगल नहीं होने से नवजात बच्चे के नाक में दूध चला जाता है और यह ख़तरनाक साबित होता है।
शिशु रोग माहिर डा. आशीष शर्मा ने बताया कि डिलवरी के बाद हर मां को बच्चे को सही ढंग से ब्रैस्टफीड करवाने की जानकारी दी जाती है। उनके मुताबिक कई बार दूध बच्चे की फूड पाईप की बजाय विंड पाईप (सांस वाली नली) में चला जाता है, जिसे मैडीकल भाषा में ट्रैकिया कहते हैं। विंड पाईप से यह दूध फेफड़ों में चला जाता है, जिसके साथ बच्चे की सांस रुक जाती है। इसलिए बच्चे को लेटा कर दूध पीलाने से परहेज़ करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे की आंखों के लिए ख़तरा हो सकता है। मां और बच्चे में सही एंगल नहीं होने से नवजात बच्चे के नाक में दूध चला जाता है और यह ख़तरनाक साबित होता है।