हिमालय की पहाड़ियों और उनके मध्य से निकलती मोक्षदायनी माँ गंगा की अविरल जल धारा का ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में अदभुत दृश्य को देखने को मिलता है।
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गंगा आरती का ये दृश्य इतना मनमोहक होता है कि देशी ही नहीं विदेशी भक्त भी खासतौर पर यहां आरती में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं। नदी पर निर्मित शिव मूर्ति के समीप गंगा के किनारे आरती होती है। प्राकर्तिक वातावरण में संध्याकालीन आरती पुरे वातावरण को आध्यात्मिक बनाने के लिए काफी होती है।
पूरा आयोजन श्री गंगा सभा, त्रिवेणी घाट ऋषिकेश के द्वारा आयोजित किया जाता है। आरती से पूर्व भजन संध्या का आयोजन किया जाता है। शाम को होने वाली गंगा आरती की परंपरा भी पुरातन बताई जाती है।
विद्वानों ने गंगा आरती का अति महत्व बताया है। कहते हैं कि मां गंगा का पूजन करने से जीवन के अनेक कष्टों से मुक्ति मिलती है। मां गंगा अपने भक्तों को सुखद जीवन का वरदान देती हैं। एक बार आप सभी ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट आकर संगीतमय और मनमोहक माँ गंगा आरती का आनंद लेने आएं। जय माँ गंगे हर हर गंगे ।