जम्मू। कश्मीर में ‘शहीद दिवस’ के अवसर पर अलगाववादियों की हड़ताल के चलते एहतियातन एक दिन के लिए रोकी गई अमरनाथ यात्रा रविवार को जम्मू से शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि 7,993 तीर्थयात्रियों का अब तक का सबसे बड़ा जत्था जम्मू से कश्मीर स्थित बालटाल व पहलगाम आधार शिविरों की ओर रवाना हुआ।
वार्षिक यात्रा शुरू होने के बाद से यह तेरहवां जत्था है। कड़ी सुरक्षा के बीच 310 वाहनों के 2 काफिलों में तीर्थयात्री सुबह भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए। इनमें से 5,270 तीर्थयात्रियों ने जहां अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग चुना है, वहीं 2,723 श्रद्धालुओं ने गंदरबल जिले के 12 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का विकल्प चुना है।
46 दिन तक चलने वाली इस यात्रा के लिए अब तक 1.75 लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण करवाया है।
लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इस साल पहली बार केंद्र सरकार ने बेहद हाईटैक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। यात्रा से कुछ ही दिन पहले कश्मीर के 2 दिनों के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करने के दौरान सुरक्षा एजैंसियों के अधिकारियों एवं प्रदेश प्रशासन को यात्रा प्रबंधों में किसी तरह की कोताही अथवा लापरवाही को बर्दाश्त न करने की सख्त चेतावनी दी थी।