बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर नगर कोतवाली क्षेत्र में पति को छोड़कर मायके में रह रही एक युवती के साथ छेड़छाड़ कर अपहरण के प्रयास का विरोध करने पर कार सवार दबंगों ने दो महिला समेत चार लोगों को कुचल दिया।
इस घटना में 42 वर्षीय उर्मिला देवी और 48 वर्षीय संत्तोदेवी की मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस के मामले को दुर्घटना मानने के विरोध में पीड़ित पक्ष के लोगों ने दोनों शवों को सड़क के बीचोबीच में रखकर बुलन्दशहर से वलीपुरा जाने मार्ग पर जाम लगा दिया। बाद में पुलिस ने तहरीर के आधार पर रंजिशन कार से कुचलकर हत्या करने की रिपोर्ट दर्ज की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एन कोलांचि का कहना है कि घटना के बाद उर्मिला देवी के पुत्र धर्मेन्द्र की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दुर्घटना की रिपोर्ट दर्ज की थी। उनका कहना है कि घटना के सम्बंध में एक सीसीटीवी फूटेज भी संज्ञान में आया है जिसके आधार पर प्रथम दृष्टीया मामला दुर्घटना का ही प्रतीत होता है।
बाद में मृतका सत्तोदेवी के पति रामवीर सिंह की तहरीर पर साजिशन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें नयागांव निवासी एक युवक को नामजद किया गया है।
उन्होंने बताया कि रामवीर सिंह की तहरीर पर छेड़खानी, हत्या, हत्या की चेष्ठा व एससीएसटी एक्ट की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने नयागांव चांदपुर निवासी नामजद नकुल ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की पुलिस अधीक्षक नगर मामले की जांच कर रहे हैं और जांच के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेंगी।
गौरतलब है कि कोतवाली नगर के नयागांव स्थित भीमसैन जाटव की पुत्री विवाह के बाद पति से अनबन के कारण अपने मायके में रह रही है। क्षेत्र के ही एक दबंग परिवार ने उसके साथ छेड़खानी की,विरोध करने पर उसे परिवार सहित भुगतने की धमकी दी। आरोप है कि छेड़छाड़ करने वाला मौहल्ले का दबंग है और वह उस समय तो वहां से चला गया।
लेकिन 24 जून की रात अपने तीन चार साथियों के साथ कार से भीमसैन के घर आ धमका और पीड़िता को जबरन कार में धकेलकर अपने साथ ले जाने का प्रयास किया। जिसका परिजनों ने विरोध किया।
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि दबंगों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कार तेज गति से चलाते हुए परिजनों को कुचल दिया। कार की चपेट में आने वालों में भीमसैन की पत्नी उर्मिला देवी, उसकी जेठानी संत्तोदेवी, संत्तोदेवी का पुत्र जितेन्द्र और भीमसैन का साडू त्रिभूवन घायल हो गए।
घटना के बाद कार सवार मौके से फरार हो गया। चारों घायलों को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया जहां उर्मिला देवी और संत्तोदेवी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जितेन्द्र व त्रिभूवन की हालत गंभीर बनी हुई है।
मंगलवार को मामला उस समय तूल पकड़ गया जब परिवारजनों ने मामले को दुुर्घटना बताते हुए छेड़खानी, अपहरण का विरोध करने और अपहरण में नाकाम रहने पर तेज गति से कार चलाकर साजिशन हत्या करने का आरोप लगाया।
परिजनों का कहा है कि आरोपी दबंग छवि के है और वे अपने रसूखों के बल पर पुलिस से सांठगांठ कर साजिशन हत्या के मामले को दुर्घटना का रूप देने में लगे हैं। चूंकि मामला दो जाति विशेष के बीच है। इस कारण पूरे क्षेत्र में तनाव को देखते हुए एहतियात पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।