कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक विचित्र बुखार लोगों में मौत बांट रहा है। शहरी हो या ग्रामीण सभी इस विचित्र बुखार से बीमार पड़ रहे हैं। अब तक कई मौतें हो चुकी हैं।
लगातार इन मौतों से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी है और वह इस बुखार को रोकने की कवायद में जुटा है। लेकिन बुखार का वायरस थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसके चपेट में आए 20 मरीजों को सीएचसी से सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया है।
विधनू मझांवन गांव निवासी फिरदोस की 20 वर्षीय बेटी मैनाज को एक सप्ताह से बुखार आ रहा है। परिजन उसे नजदीक के डॉक्टर को दिखा रहे थे, लेकिन उसके बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा था।
बुखार न उतरने पर डॉक्टर ने परिजन को उसे अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी। घरवालों ने मैनाज को विधनू सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान मैनाज की मौत हो गई। बेटी की मौत की खबर पर घर में कोहराम मच गया।
उधर इस विचित्र बुखार से एक और मरीज की मौत हो जाने पर स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। डॉक्टरों ने सीएचसी में भर्ती 20 मरीजों की हालत गंभीर बताते हुए शहर के हैलट उर्सला व अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम में रेफर कर दिया है।
जबकि हैलट उर्सला व केपीएम हॉस्पिटल में पहले से ही मरीजों के वार्ड भरे हुए हैं। सीएमओ आर पी यादव ने बताया कि शहर व ग्रामीण क्षेत्र में फैले संक्रमण वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे काम कर रही है।
मरीजों की संख्या बढ़ती देखकर अन्य वार्ड में इन मरीजों को शिफ्ट कराकर बेहतर इलाज दिया जा रहा है।
डेंगू की भी मार
फतेहपुर नौनारा गांव घाटमपुर गांव के डेंगू पॉजीटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती नजर आ रही है। इससे हैलट उर्सला अस्पताल में बने डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं। नौनारा गांव में 200 से 300 मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है। लगातार मरीजों की संख्या बढऩे से स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं।