नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी सोमवार को ब्रूनेई और थाईलैंड की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। अपनी यात्रा के दौरान वह दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के साथ ही कई अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। उपराष्ट्रपति के साथ गृह राज्य मंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी, चार सांसद और कई वरिष्ठ अधिकारी भी गए हैं।
सोमवार को राजधानी दिल्ली से रवाना हुए उपराष्ट्रपति अंसारी सबसे पहले ब्रूनेई पहुंचेंगे ढ्ढ 1984 में पहली बार भारत और ब्रूनेई के बीच शुरू हुए राजनयिक संबंधों के बाद वहां के युवराज हाजी अल मुहतादी बिल्लाह के निमंत्रण पर भारत के किसी उच्च अधिकारी का यह पहला दौरा है। इससे पहले पिछले साल नवम्बर माह में उपराष्ट्रपति का ब्रूनेई जाने का कार्यक्रम बाली के नजदीक ज्वालामुखी फटने से रद्द कर दिया गया और उन्हे इंडोनेशिया से ही वापस स्वदेश लौटना पड़ा था।
अपने ब्रूनेई दौरे में उपराष्ट्रपति अंसारी नागरिक उड्डयन, अंतरिक्ष, व्यापार एवं निवेश, हाइड्रोकार्बन, सूचना और संचार सहित कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय महत्व के मुद्दों पर सुल्तान हस्सनल बोल्किया और युवराज बिल्लाह के साथ वार्ता करेंगे। बैठक में दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन, पूर्व एशिया शिखर बैठक और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य एवं रक्षा क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। ब्रूनेई यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति अंसारी ब्रूनेई दारूसल्लम विश्वविद्यालय के छात्रों और वहां रह रहे भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।
ब्रूनेई से उपराष्ट्रपति अंसारी आगामी तीन फरवरी को थाईलैंड रवाना होंगे। पिछले पच्चास सालों में किसी भी भारतीय उपराष्ट्रपति का यह पहला थाईलैंड दौरा होगा। इस दौरान वह प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे और राजकुमारी महा चाकरी सिरीन्धोर्न के साथ मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह बैंकॉक स्थित चुलालोंगकॉर्न विश्वविद्यालय में लुक ईस्ट से एक्ट ईस्ट विषय पर अपना वक्तव्य देंगे और थाईलैंड में तैनात भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।