अजमेर । हर वर्ष परंपरागत तरीके से चौदह जनवरी को मनाये जाने वाले मकर संक्रांति का पर्व इस बार पन्द्रह जनवरी को मनाया जाएगा।
अजमेर के आगरा गेट स्थित प्राचीन गणेश मंदिर से जुड़े पंडित घनश्याम आचार्य ने आज बताया कि इस बार सूर्य का मकर में प्रवेश शाम सात बजकर पचास मिनट पर होगा, ऐसी स्थिति में रात में दान पुण्य का महत्व कम माना गया है। परिणामस्वरूप यह पर्व पन्द्रह जनवरी को मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति पर सूर्य का प्रवेश चूंकि अंधेरे में होना सामने आ रहा है इसलिए इस त्योहार को पंद्रह जनवरी को मनाया जाएगा। मकर सक्रांति पर दान पुण्य का विशेष महत्व है। इसके चलते श्रद्धालु पवित्र सरोवर में स्नान ध्यान के बाद ही दान कर पुण्यार्जन करेंगे। उन्होंने बताया इस दिन सर्वाधिक तिल एवं गुड़ के दान का महत्व है।