नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने शासन को आदर्श बताते हुए मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार में भ्रष्टाचार के स्तर में गिरावट आई है।
साथ ही दिल्ली पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि दिल्ली पुलिस का नियंत्रण उन्हें दे दिया जाए तो वे पुलिस को ठीक कर देंगे। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने भी केजरी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए उसे भ्रष्ट सरकार करार दिया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में हुए सर्वे के आधार पर मंगलवार को ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब जिद छोडिय़े, हमारे साथ मिलकर काम कीजिये। भ्रष्टाचार निरोधी शाखा (एसीबी) और पुलिस दिल्ली सरकार को दीजिये।
केजरीवाल ने अपने ट्वीट के माध्यम से मोदी से गुहार लगाई कि अगर वह दिल्ली पुलिस को उनके हवाले करते हैं तो वह पुलिस को एक साल में भ्रष्टाचार मुक्त करके दिखाएंगे।
केजरीवाल के मुताबिक यह चौंकाने वाला है कि सीएमएस के सर्वे में दिल्ली पुलिस काफी भ्रष्ट पाई गई है। यह प्रधानमंत्री मोदी की काबिलयत पर सवाल है। साथ ही उन्होंने कहा है कि दिल्ली प्रशासन में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से भ्रष्टाचार कम हुआ है जो उनकी साफ नीयत और क्षमता को दिखाती है।
सर्वेक्षण से पता चलता है कि दिल्ली सरकार के अधीन विभागों में भ्रष्टाचार कम हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 15 सार्वजनिक सेवाओं में काम करने वाला परिवार, एक साल में रिश्वत के रूप में 2,486 रुपए औसत भुगतान करता है।
यह भुगतान पिछले साल तक 239.26 करोड़ रुपए था। 2015 की सार्वजनिक सेवाओं के बारे में धारणा और अनुभव के आधार पर एक सर्वे में पाया गया कि परिवहन विभाग, ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने वाला विभाग, दिल्ली नगर निगम जो फुटपाथ और सड़कों पर उत्पादों की बिक्री के लिए परमिट जारी करता है। इन सब में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
सर्वे के अनुसार सबसे ज्यादा भ्रष्ट दिल्ली पुलिस को महसूस किया गया था। साथ ही एक अध्ययन के मुताबिक पिछले एक साल के दौरान लगभग 30 प्रतिशत परिवारों ने रिश्वत का भुगतान किया है। जिसमें अब गिरावट आ रही है।
यह नवीनतम रिपोर्ट केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा शासित दिल्ली में 15 सार्वजनिक सेवाओं और तीन नगर निगमों पर केंद्रित है। इसे सीएमएस महानिदेशक पीएन वसंती ने सोमवार को जारी किया था।
फिलहाल इसी आधार पर केजरीवाल ने दिल्ली में भ्रष्टाचार कम होने का दावा किया है। इसी रिपोर्ट के हवाले से दिल्ली पुलिस ने भी केजरी सरकार पर पलटवार किया है।