वाशिंगटन। दो अमेरिकी नागरिकों ने अपने स्थान पर भारतीयों को नौकरी दिए जाने के खिलाफ डिज्नी पर मुकदमा दाखिल किया है।
डिज्नी और दो वैश्विक परामर्श कंपनियों एचसीएल और कोगनिजेंट पर गैरकानूनी तरीके से स्थानीय लोगों को हटाकर उनके स्थान पर विदेशियों को नौकरी देने का मुकदमा दाखिल किया गया है। दरसअल एचसीएल और कोगनिजेंट आउटसोर्सिंग कंपनियां हैं जो सबसे ज्यादा एच-1बी वीजा के आवेदन दाखिल करती हैं।
लियो परेरा और डीनामोर ने दावा किया है कि उनके स्थान पर विदेशी कामगारों को आईटी से जुड़े काम के लिए रखा जा रहा है। इसके लिये उन्हें 90 दिनों के अंदर अपने स्थान पर आने वाले कर्मचारियों को काम समझाने की सलाह दी गई है। अगर, वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें बोनस और अन्य सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
इसी प्रकार से कुल 300 लोगों को डिज्नी कंपनी एच-१बी वीजा के तहत लाए गए विदेशी कामगारों को नियुक्त कर रही है जिसमें से ज्यादातर भारतीय हैं। नियम के मुताबिक एच-1बी वीजा के तहत लाए गए कामगारों को अमेरिकी कामगारों के स्थान पर नौकरी नही दी जा सकती है। टाम्पा संघीय अदालत में सोमवार को यह वाद दाखिल किया गया है।