अमृतसर। अमृतसर से 12 किमी दूर राजासांसी गांव स्थित निरंकारी भवन में दो बाइक सवार हमलावरों द्वारा फैंके गए ग्रेनेड में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 के करीब लोग घायल हो गए हैं।
घायलों को उपचार के लिए शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। इस हमले के बाद पुलिस ने राजस्थान बॉर्डर भी सील कर दिया है। हमले की खबर मिलते ही पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोरा चंडीगढ़ से अमृतसर के लिए रवाना हो गए हैं।
बाइक सवार दो नकाबपोश हमलावर डेरे के गेट पर पहुंचे और वहां पर एक हमलावर ने गेट पर खड़े लोगों को गनप्वाइंट पर लिया, जबकि दूसरा जिसके पास ग्रेनेड था वह डेरे के अंदर गया। ग्रेनेड अंदर फैंकने के बाद वह बाइक पर वापिस गेट पर आया और अपने दूसरे साथी को बाइक पर बिठाकर फरार हो गया।
पुलिस के एक अालाधिकारी ने बताया कि जिस वक्त ग्रेनेड फेंका गया उस वक्त सत्संग हॉल में 200 के करीब लोग मौजूद थे जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं। घायलों को उपचार के लिए शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
हमलावरों की सोची समझी साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया, क्योंकि उन्हें मालूम था कि रविवार के दिन निरंकारी भवन में सत्संग में काफी भीड़ रहती है। जिस जगह यह घटना हुई वह एक ग्रामीण इलाका है और निरंकारी भवन में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे थे, जिसके चलते हमलावरों की पहचान करना भी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है।
इस हमले में विदेशी कट्टरपंथयों का भी हाथ हो सकता है। इसके अलावा विभिन्न डेरों और आश्रमों में विवाद भी चलते रहते हैं। ऐसे में इस एंगल से भी जांच की जा रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह भी सपष्ट किया है कि जैश-ए-मोहम्मद के पूर्व कमांडर और अंसार गजवत उल हिंद के मुखिया जाकिर मूसा का इस घटना का कोई संबंध नहीं है।