मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मंदिर में मां काली की मूर्ति स्थापित न होने से गुस्साए सैकड़ों ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन करने की चेतावनी दी है।
मेरठ के थाना इंचौली क्षेत्र के मसूरी गांव में दलित समाज के लोग मंदिर में काली माता की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं, लेकिन गांव के ही कुछ लोग इस बात का विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पहले तो मंदिर के पुजारी ने मूर्ति स्थापना करने के लिए ग्रामीणों से कह दिया था, लेकिन जब ग्रामीण मूर्ति ले आए तो दबंगों के कहने में आकर पुजारी ने मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया और मूर्ति स्थापना करने से मना कर दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होंने मूर्ति स्थापना करने की जिद की तो दबंग लोग मंदिर के बाहर लाठी-डंडे लेकर बैठ गए। उनका कहना है कि दबंग लोग मंदिर परिसर में अपने वाहन खड़े करते हैं और इस जगह को पंचायत घर बनाना चाहते हैं। जिसके चलते वह काली की मूर्ति यहां पर स्थापित नहीं होने दे रहे हैं। इस बात से गुस्साए गांव वालों ने मेरठ जिलाधिकारी के घर का रुख किया।
वहां पहुंचकर उन्होंने घर के बाहर हंगामा किया। लोगों का कहना है कि अगर उनको मंदिर में मूर्ति स्थापित नहीं करने दी गई है तो वो अपने परिवारों के साथ धर्म परिवर्तन कर लेंगे। इन लोगों ने बताया कि धर्म परिवर्तन करने वाले 150 से ज्यादा परिवार है।
इस मामले पर एसपी देहात राजेश कुमार का कहना है कि धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात नहीं है। मंदिर की रजिस्टर्ड सोसाइटी बनी हुई है। जो सोसायटी के मेंबर हैं वह मंदिर में मूर्ति लगवाने को मना कर रहे हैं क्योंकि यहां पहले से ही मूर्ति स्थापित है। अगर कोई धर्म परिवर्तन जैसी बात है तो उसकी जांच कर करवाई की जाएगी ।