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‘कमल का फूल हमारी भूल’ कहते हुए मानवेन्द्र सिंह ने छोडी भाजपा

 

बाड़मेर। पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र एवं राजस्थान में सीमांत बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी विधायक मानवेन्द्र सिंह ने कमल का फूल हमारी भूल कहते हुए पार्टी से अलविदा कह दिया।

मानवेन्द्र सिंह शनिवार को पचपदरा में आयोजित स्वाभिमान रैली में अपनी ही राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कमल का फूल हमारी भूल थी और अब भविष्य का फैसला जनता करेगी। हालांकि फिलहाल उन्होंने कांग्रेस या अन्य किसी पार्टी में शामिल होने को लेकर स्पष्ट नहीं किया।

उन्होंने कहा कि राजनीति में स्वाभिमान को बनाए रखा जाना चाहिए। स्वाभिमान बेचकर कोई भी कार्यकर्ता काम नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि अब उनका धैर्य खत्म हो गया हैं। उन्होंने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में उनके पिता जसवंत सिंह को पार्टी ने टिकट नहीं दी और तब से लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि उस समय उनके पिता का टिकट जयपुर से एक और दिल्ली में बैठे दो नेताओं ने काटा और इस मामले को उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं तक पहुंचाया लेकिन इस पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि भले ही उनके पिता बीमार है, लेकिन आज भी मारवाड़ में उनका सम्मान बरकरार है। उनके आशीर्वाद से ही वह राजनीति में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि स्वाभीमान की लड़ाई पूरे प्रदेश में लड़ी जाएगी।

इस अवसर पर मानवेन्द्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह ने कहा कि समाज हमारा निर्णय करेगा लेकिन अब वे भाजपा में नहीं रहेंगे। इस मौके राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी तथा राजपूत समाज के अन्य कई नेता तथा मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात बदमाश आनंद पाल सिंह की मां निर्मला सिंह भी मौजूद थी।

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मानवेन्द्र के इस कदम को अह्म माना जा रहा है। स्वाभीमान रैली में राजपूत समाज के जुटने से कांग्रेस की निगाह मानवेन्द्र पर टिकी हुई हैं और उनके कांग्रेस में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन अभी उन्होंने अपने अगले राजनीतिक कदम के पत्ते नहीं खोले हैं।

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