जयपुर। वसुंधरा सरकार ने केश कला विकास बोर्ड का गठन कर सैन समाज को साधने की कोशिश की लेकिन समाज की नाराजगी कम होने की बजाय बढ़ रही है।
राजधानी जयपुर में 22 मई 2018 से 11 सूत्रीय मांगो को लेकर आंदोलन कर रहा राजस्थान सैन समाज अब और उग्र प्रदर्शन की ओर आगे बढ़ रहा है। सैन समाज ने दो दिन से चल रही भूख हड़ताल के बाद कल बी जे पी कार्यालय के बाहर उग्र प्रदर्शन किया और राजस्थान सरकार सहित मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जमकर कोसा समाज के इस विरोध प्रदर्शन मेँ बड़े बुजुर्ग, महिलाओ, बच्चो ने बड़ी संख्या मेँ भाग लिया और वसुंधरा सरकार से अपनी मांगो को मानने की गुहार लगाई।
इस अवसर पर राजस्थान सैन समाज के सुनील गहलोत ने बताया की 22 मई 2018 को जयपुर में राजस्थान सेन समाज के सभी संगठनों ने मिलकर अधिकार रैली का आयोजन कर अपनी 11 सूत्रीय मांगों के लिए आंदोलन किया था।
जिस पर राजस्थान सरकार ने 3 दिन का समय मांगा और समाज को 11 सूत्रीय मांग को माने जाने के लिएआश्वस्त किया था। परंतु 2 माह बीत जाने के बावजूद समाज की किसी भी मांग को राजस्थान सरकार ने अब तक नहीं मांना है सैन समाज को राजे सरकार ने सिर्फ आश्वासन की लॉलीपॉप ही दी है। और जब हमारे समाज ने दिल्ली रोड स्तिथ शिव मंदिर में गांधीवादी तरीके से भूख हड़ताल करनी चाही तो सरकार ने जोर जबरदस्ती कर पुलिस भेज कर हमे धक्के देकर भगा दिया गया।
इसलिए आखिर में हम बीजेपी कार्यालय में आना पड़ा जिससे हम राजस्थान सरकार को अपनी मांगो को लेकर वादाखिलाफी की याद दिला सके उन्होंने कहा की मेँ और मेरे सभी साथी दो दिन से भूख हड़ताल पर है। और जब तक राजस्थान सरकार हमारी मांगो को नहीं मान लेती जब तक हम सभी भूख हड़ताल पर रहेंगे।
कल हुए इस विरोध प्रदर्शन में सुनील गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायणी सेना, भैरूलाल नटलालपुरा अध्यक्ष गुलाबी नगर क्षोरकार समिति, चंद्र प्रकाश सेन राष्ट्रीय महासचिव नारायणी सेना नरेश सैन प्रधान महासचिव नारायणी सेना परशुराम धनाऊ संरक्षक सेन महासभा भगवान रायसर अध्यक्ष नवयुवक मंडल नरेश परिहार अध्यक्ष सेन उत्थान समिति नवयुवक मंडल सहित समाज के कई लोगो ने भाग लिया।