विदिशा। पेट्रोल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों की वजह से हर कोई परेशान है। लेकिन दसवीं के इस छात्र के दिमाग का इस्तेमाल किया जाए तो महज 5 रुपए में 80 किलोमीटर का माइलेज पाया जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी पुरानी बाइक मोडिफाइ करनी होगी।
दरअसल, केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 10वीं के प्रतिभाशाली छात्र पीयूष निमोदा ने ऐसी इलेक्ट्रिक ईको बाइक तैयार की है।
यह है खासियतें
इस इलेक्ट्रिक ईको बाइक में 12-12 वोल्ट की 4 बैट्री लगाई गई हैं जिससे 48 वोल्ट का इलेक्ट्रिक पावर मिलता है। इसमें गियर सिस्टम हटाकर सीधे एक्सीलेटर से ही स्पीड बढ़ाई या कम की जा सकती है।
बाइक 2 से 3 लोगों का भार वहन कर सकती है और स्पीड भी 60 से 75 किमी प्रति घंटे तक मिलती है।
कितना खर्च होगा
यह बाइक बनाने में 12 हजार मूल्य की बैट्री, 8 हजार रुपए की इलेक्ट्रिक मोटर, 2 हजार रुपए का आल्टीनेटर और 3 हजार का कंट्रोलर लगाया। इसमें कुल 25 हजार रुपए खर्च हुए।
मिला इनाम
पीयूष ने कानपुर केवीए में आयोजित एक्जीबिशन में इस बाइक का माडल भी प्रदर्शित किया था। इसमें चीफ गेस्ट आईआईटी कानपुर के फिजिक्स के प्रोफेसर एसवी वर्मा ने शील्ड देकर सम्मानित भी किया।
यूं की तैयार
पीयूष ने सबसे पहले बाइक में 1.3 एचपी की एक नई डीसी करंट बनाने वाली मोटर फिट करवाई। इसके बाद 12-12 वोल्ट की 4 बैट्री का सेट तैयार कर लगवाया।
कंट्रोलर के जरिए नई बाइक को 48 वोल्ट का डीसी करंट मिलने लगा। इसके बाद एक आल्टीनेटर भी लगाया गया। जिससे बाइक की बैट्री इलेक्ट्रिक से चार्ज होने लगी।
यह फायदा
बाइक की बैटरी 3.5 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है। बैट्री की चार्जिंग में 5 रुपए की एक यूनिट बिजली खर्च होती है। इसके बाद इसे 80 किमी तक चलाया जा सकता है।
ऐसे चलती है
पहले स्विच आन करते ही कंट्रोलर चालू हो जाता है। जिससे बैट्री से मोटर में डीसी करंट पहुंचने लगता है। मोटर में करंट पहुंचते ही इसमें लगा सेंसर कार्य करने लगता है। सेंसर के कार्य करने से एक्सीलेटर में पिकअप बनने लगता है। एक्सीलेटर बढ़ाते ही स्पीड बढ़ने लगती है। इस बाइक में गियर डालने की जरूरत नहीं होती है। सीधे एक्सीलेटर से स्पीड कंट्रोल होती है। किक भी नहीं मारना पड़ता है। बाइक चलाते समय इसमें ना तो कोई साउंड होता है और ना ही धुएं का प्रदूषण। इसमें सायलेंसर का भी कोई उपयोग नहीं है।