न्यूज नजर : हमारे धर्म ग्रन्थों ने बैशाख मास की भूरि भूरि प्रशंसा की है। परमात्मा विश्व शक्ति से तादात्म्य करते हुए उसके अनुरूप कार्य करने को हितकर व परम कल्याणकारी बतलाया है। सर्वत्र यह व्यवस्था दी है जब बैशाख मास में जब सूर्य मेष राशि पर स्थित हो तब प्रातः स्नान करें।
मेष राशि पर सूर्य होता है तब वह उत्तरायण की आधी यात्रा पूरी कर लेता है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य मेष राशि में उच्च का होता है ।
यह उच्च राशि सूर्य के मित्र मंगल ग्रह की स्वराशि है ,जो अग्नि प्रधान है । अतः ज्योतिष महत्व के अनुसार सूर्य स्वयं अग्नि तत्व प्रधान है, मंगल स्वयं अग्नि तत्व का प्रतिनिधि है मेष राशि भी अग्नि तत्व प्रधान है ।इस कारण मेष राशि मे सूर्य की प्रचण्डता रहती है । सम्पूर्ण विश्व मे इस योग से बनने वाली रश्मि का प्रभाव पडता है ।
मेष राशि में जाते ही सूर्य का नया परिक्रमा पथ प्रारंभ हो जाता है और पश्चिम बंगाल मे इसे नववर्ष के रूप मे मनाया जाता है । नवीन सोर मास की शुरूआत के साथ ही सूर्य के मेष राशि मे प्रवेश के सथ ही उस समय की आकाशीय ग्रह स्थिति के आधार पर कुण्डली बनाकर विश्व की भविष्यवाणी की जाती है । हमारे ऋषि मुनियो ने बताया कि पूरे बैशाख मास में सूर्योदय से पूर्व स्नान करना चाहिए ।
धार्मिक और मांगलिक कार्य हेतु भी यह मास उतम माना गया है। जिन क्षेत्रो में जल की कमी हो वहा पर जल दान का विशेष महत्व माना गया है ।
छाया चाहने वालो को छाया, पंखे की इच्छा रखने वाले को पंखे का दान, पादुका दान, जन कल्याणकारी कार्य करना ।अभिषट सिद्धि के लिए अन्न, जल, शक्कर, गाय, वस्त्र, जूता, छाता, कम्बल, शंख व मिट्टी के घडे का दान करना चाहिए ।
बैशाख मास में गंगा जी की उत्पत्ति ,बगलामुखी जयन्ती, परशुराम जयंती, सीता नवमी, आदि गुरू शंकराचार्य जयन्ती, नृसिंह जयन्ती, बुद्ध जयन्ती आदि सभी इसी मास मे आती है ।अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा मांगमांगलिक व धार्मिक कार्य के लिए विशेष महत्व के दिन है ।अक्षय तृतीया को दिया गया दान अक्षय माना जाता है ।
बैशाख मास में प्रकृति ओर उसकी शक्तिया जीव व जगत के कल्याण हेतु अवतार के रूप मे प्रकट होती है ।
जल संसाधन को सुरक्षित बनाये रखने, जल का उचित मात्रा मे प्रयोग कर दुरूपयोग रोकने तथा जल अभाव ग्रस्त क्षेत्र मे जल दान करने के लिए, पशु पक्षी के लिए पीने के पानी का समुचित प्रबन्धन करने के लिए तथा राहगीरो के लिए पीने के पानी की व्यवस्था हेतु यह बैशाख मास कल्याणकारी माना जाता है ।