चित्तौड़गढ़। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने चित्तौड़गढ़ में पदस्थ चिकित्सक एवं उसके दलाल को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के निरीक्षक जयमल सिंह ने बताया कि चिकित्सक संजीव मीणा ने यह राशि परिवादी संतोष को एमएलसी बनाने की एवज में ली थी।
उन्होंने बताया कि संतोष ने ब्यूरो में परिवाद देकर बताया कि उसके पांव की हड्डी टूट गई थी जिसका उपचार जिला चिकित्सालय में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ संजय मीणा ने किया था और एमएलसी बनाने की एवज में सात हजार रूपए की मांग की।
सत्यापन में पांच हजार देना निश्चित हुआ। चिकित्सक ने प्रार्थिया को कहा कि बाहर स्थित एक मेडिकल स्टोर के संचालक गोपाल पालीवाल को उक्त राशि दे दें।
इस पर प्रार्थिया मंगलवार को ब्यूरो द्वारा दिए रंग लगे नोट लेकर पहुंची और जैसे ही पालीवाल को दिए तो ब्यूरो के दल ने उसे दबोच लिया। बाद में चिकित्सक को भी अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरों ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।