नई दिल्ली। नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के स्वरूप नगर में 7 साल के बच्चे की हत्या का मामला सामने आया है। मंगलवार को मासूम की बॉडी पड़ोसी किराएदार के कमरे से मिली। सिविल सर्विसेज (UPSC) की तैयारी कर रहे आरोपी ने इसे 38 दिन तक सूटकेस में छिपाकर रखा था।
दिल्ली पुलिस की लंबी जांच और पूछताछ के बाद आरोपी ने जुर्म कबूल लिया। उसने फैमिली से 15 लाख रुपए फिरौती मांगने का भी प्लान बनाया था। डीसीपी (नॉर्थ-वेस्ट) असलम खान के मुताबिक, 27 साल का आरोपी अवधेश शाक्य बच्चे (आशीष) के घर में करीब 8 साल किराए पर रहा, लेकिन उसके पार्टी करने पर मकान मालिक को एतराज था। इसके बाद उसने पड़ोस के दूसरे मकान में कमरा किराए पर ले लिया।
7 जनवरी को बच्चा घर के पास से अचानक गायब हो गया। पेरेंट्स ने दिल्ली पुलिस के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस दौरान अवधेश भी नाटक करते हुए कई बार उनके साथ थाने गया।
इसी बीच, कुछ पड़ोसियों ने अवधेश के कमरे से बदबू आने की शिकायत की। उसने चूहे मरे होने का हवाला देकर लोगों को गुमराह कर दिया। लेकिन जब पुलिस टीम ने रूम में तलाशी ली तो एक सूटकेस से आशीष की बॉडी मिली।
पुलिस के मुताबिक, बॉडी को देखकर ऐसा लग रहा है कि किडनैपिंग वाले दिन ही बच्चे की हत्या कर दी गई।
बच्चे की मां ने बताया कि बेटा अवधेश को अंकल बुलाता था। वह उसे अक्सर छोले-कुलचे खिलाता और नई साइकिल दिलाने का भी वादा किया था।