नागौर। सुरपालिया थाना इलाके के गांव बाघरासर में रविवार को चोरी के आरोप से आहत और अपने ही महकमे के कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग आकर एक पुलिसकर्मी ने पूरे परिवार के साथ खुदकुशी कर ली।इससे महकमे में हड़कम्प मच गया। पुलिस ने 3 जनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है जबकि एसपी ने एक एएसआई को सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस कर्मी गेनाराम ने परिवार के साथ आत्महत्या करने से पहले तड़के 4 बजे सोशल मीडिया पर हाथ लिखा सुसाइड नोट डाला है, जिसमें उसके साथ परिवार के अन्य सदस्यों के भी हस्ताक्षर हैं। गेनाराम ने सुसाइड नोट में बताया कि मार्च 2012 में वह पुलिस लाइन स्थित आवास में रहता था। उस समय एएसआई राधाकिशन माली उसका पड़ौसी था तथा दोनों परिवारों में अच्छे सम्बन्ध थे।
मार्च 2012 को राधाकिशन परिवार सहित बाहर गया हुआ था और वापस लौटा तो घर का ताला खुला हुआ था और घर में चोरी की वारदात हो गई। राधाकिशन ने चोरी का आरोप गेनाराम परिवार वालों पर लगा दिया। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद कई बार एफआर लगी और दुबारा जांच भी हुई। इस दौरान गेनाराम का जगह-जगह तबादला हुआ और काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ दिनों पहले जांच अधिकारी ने गेनाराम के पुत्र के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश कर दिया, जिससे पूरा परिवार डिप्रेशन में आ गया और सामूहिक आत्महत्या का निर्णय कर लिया।
घटना की सूचना मिलते ही गेनाराम के जान-पहचान वालों के साथ रिश्तेदार बाघरासर गांव पहुंच गए। इधर, एसपी परिस देशमुख के साथ जायल वृत्ताधिकारी दिनेशसिंह रोहेडिय़ा सहित रोल, सुरपालिया थानों की पुलिस के साथ ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई है। समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तो राजी हो गए लेकिन शव लेने से इनकार कर दिया। देर रात तक धरना जारी था।
उधर, एसपी ने एएसआई राधाकिशन को सस्पेंड कर दिया है।