अजमेर। राजनीति में वंशवाद को कोसने वाली भाजपा ने अजमेर संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव में वंशवाद पर ही मुहर लगा दी है। पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष सांवरलाल जाट के निधन के कारण रिक्त हुई इस सीट पर उनके पुत्र रामस्वरूप लाम्बा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। उधर भाजपा प्रत्याशी की घोषणा होते ही कांग्रेस ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। कांग्रेस ने पूर्व विधायक रघु शर्मा को मैदान में उतारा है।
रामस्वरूप भाजयुमो के जिला महामंत्री के रूप में सक्रिय हैं। उनकी व्यक्तिगत राजनीतिक पहचान सिर्फ उनके पिता के नाम से है। सांवरलाल जाट जैसे दिग्गज जाट नेता ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को हराकर अपनी पूर्व हार का बदला लेते हुए इस सीट पर जीत दर्ज की थी। उनके निधन के बाद सहानुभूति वोट हासिल करने के लिए भाजपा ने उनके बेटे पर दांव खेला है।
जिले में जाट वोट करीब 3 लाख है। इसके अलावा रावत, गुर्जर, ब्राह्मण, दलित, वैश्य और ब्राह्मण वोट बैंक बड़ा है। गुर्जरों का बड़ा धड़ा कांग्रेस का वोटबैंक माना जाता है। ब्राह्मण वोट बैंक भाजपा का समर्थित है लेकिन इस बार शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव की टिप्पणी से आहत ब्राह्मणों के एक धड़े ने भाजपा के खिलाफ मतदान की धमकी दे रखी है। राज्य में वसुंधरा सरकार को लेकर हर वर्ग में गहरी नाराजगी है। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह प्रकरण और फिल्म पद्मावती प्रकरण को लेकर राजपूत समाज वसुंधरा सरकार के खिलाफ लामबंद है। किसान, कर्मचारी, बेरोजगार और व्यापारी भी राज्य की वसु सरकार के खिलाफ हैं।
उधर, कांग्रेस से पूर्व मुख्य सचेतक रघु शर्मा को टिकट मिला है। रघु जिले के ब्राह्मण वोटबैंक को कांग्रेस की तरफ मोड़ने की पूरी कोशिश करेंगे। पायलट खुद गुर्जर होने के नाते गुर्जर वोटबैंक को कांग्रेस के पक्ष में करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इन सभी परिस्थितियों में लाम्बा के लिए चुनाव जीतना कतई आसान नहीं होगा।
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