नई दिल्ली। देश की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो हर बार विरोधियों के निशाने पर रही है। माउथ पब्लिसिटी के जरिए इसकी बिक्री प्रभावित करने की साजिश के बीच अब इसका निर्माण बन्द करने चर्चा गरमा रही है।
इसकी वजह यह बताई जा रही है कि पिछले तीन -चार महीनों से अधिकतर डीलरशिप ने टाटा नैनो के ऑर्डर लेने भी बंद कर दिए हैं। इन शोरूम पर हाल ही में आए मॉडल- टिगोर, टियागो, हेक्सा और नेक्सन को ही डिस्प्ले के रूप में रखा गया है। टाटा के गुजरात के साणंद प्लांट में प्रतिदिन सिर्फ दो नैनो कारों का निर्माण हो रहा है।
नैनो की ये हैं खासियतें
नाम लखटकिया लेकिन दाम दोगुने
जानकारी के मुताबिक, टाटा नैनो अब उन मॉडल्स में शामिल हो गई है जिनका महीने का प्रोडक्शन और बिक्री घट गई है। टाटा मोटर्स ने इस कार को 1 लाख रुपए की कीमत पर लॉन्च किया था, हालांकि समय के साथ इसकी कीमत भी बढ़ती चली गई। फिलहाल, टाटा नैनो खरीदने के लिए ग्राहक को 2.25 लाख से 3.20 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) खर्च करने होंगे।
क्या अपना सपना बिखरने देंगे रतन टाटा
नैनो रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट रही है। अपने वादे के मुताबिक शुरुआती बुकिंग महज 1 लाख रुपए नैनो बेचने के बाद इसके दाम बाजार और लागत के अनुरूप बढ़ाई जाती रही है। 2 लाख की कीमत तक पहुंचने के बावजूद नैनो किफायती सवारी साबित हो रही है। सवाल यह है कि क्या रतन टाटा अपने इस सपने को बिखरने देंगे या फिर बाजारी उतार-चढ़ाव के बावजूद इसका अस्तित्व कायम रखेंगे।
घट रही मांग
टाटा मोटर्स ने इस साल अगस्त में देश भर में फैले अपने 630 आउटलेट में 180 नैनो भेजी थी (अगस्त 2016 में इसकी संख्या 711 थी)। सितंबर महीने में कार की केवल 124 यूनिट भेजी गई जबकि, अक्टूबर में इसकी संख्या और गिरकर केवल 57 रह गई। सितंबर और अक्टूबर के त्योहारों के सीजन होने के चलते कार की डिमांड अधिक थी।
नैनो की जगह ले सकती है निओ
पिछले हफ्ते यह बताया गया था कि नैनो का इलेक्ट्रिक वर्जन का निर्माण किया जा रहा है। इसे टाटा मोटर्स और कोयंबटूर स्थित जयम ऑटोमोटिव्स मिल कर बना रहे हैं। इस नई कार का नाम निओ होगा।