जोधपुर। नगर निगम की टीम ने भारी लवाजमे के साथ शुक्रवार को फिर से मैंगो होटल के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।
निगम अधिकारी सुबह दस्ते के साथ होटल के अवैध निर्माण को तोडऩे पहुंच गए लेकिन होटल प्रबंधन ने फिर इसका विरोध जताया। निगम अधिकारी भी इस विरोध को देखकर सख्त हो गए और उन्होंने होटल को तोडऩे की कार्रवाई शुरू कर दी।
निगम की अतिक्रमण निरोधक टीम सुबह भारी पुलिस बल के साथ मण्डोर रोड पर खेतसिंह की बंगले के सामने मैंगो होटल पहुंची और वहां अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की।
पिछले कई दिनों से होटल प्रबंधन अपने स्तर पर अवैध निर्माण को तोडऩे की बात कह रहा था। इस कारण कई दिन निकल गए। इस बीच होटल प्रबंधन ने अदालत में भी गुहार लगाई लेकिन उसके पक्ष में फैसला नहीं हुआ।
गत रविवार को भी निगम कर्मी मैंगो होटल वाली इमारत तोडऩे पहुंचे थे लेकिन ताला लगा होने से प्रवेश नहीं कर पाए। निगम की टीम इमारत के बाहर काफी देर इंतजार करती रही।
बाद में आयुक्त हरिसिंह राठौड़ ने निगम में अतिक्रमण तकनीकी अफसरों की बैठक लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
एकतरफा यातायात बंद करवाया
निगम आयुक्त हरिसिंह राठौड़ के नेतृत्व में यहां एहतियात के तौर एकतरफा यातायात बंद करवा कर होटल के अवैध निर्माण के खिलाफ तोडफ़ोड़ कार्रवाई शुरू की गई। इससे पहले होटल के आसपास के इलाके को खाली करवाया गया।
कार्रवाई के दौरान सहायक अभियंता और अतिक्रमण प्रभारी कमलेश व्यास, अतिक्रमण निरीक्षक गोपाल ओझा, अतिक्रमण प्रभारी जितेंद्र बोड़ा, दीपक कन्नौजिया, मोहनकिशन व्यास और राजेश तेजी आदि मौजूद थे।
कार्रवाई पर रोक से कोर्ट का इनकार
उल्लेखनीय है राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश डॉ. विनीत कोठारी ने नगर निगम की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए मैंगो होटल वाली इमारत के मालिक की ओर से दायर विविध याचिका को विचारार्थ स्वीकार कर निगम प्रशासन से जवाब तलब किया था। साथ ही कोर्ट ने निगम की कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।